ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम को तीन रेलगाड़ियों में हुई भीषण टक्कर से अभी तक 275 लोगों की मौत हो गई है जबकि एक हजार से अधिक लोग घायल हैं. बचाव और राहत कार्य के बाद रेलवे वे शनिवार रात में ही पटरियों से अधिकांश मलबा हटा दिया है और ट्रैक को जल्द शुरू करने की कोशिश जारी है. रेल मंत्रालय के मुताबिक, 1000 से अधिक कर्मचारी लगातार काम पर जुटे हैं. ताजा अपडेट्स के लिए पेज को रिफ्रेश करते रहें...
क्रिकेटर विरेंद्र सहवाग ने ट्वीट करते हुए घोषणा की है कि उनके सहवाग इंटरनेशनल स्कूल में ओडिशा रेल हादसा पीड़ित परिवारों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा मिलेगी.
ओडिशा रेल हादसे की सीबीआई जांच की सिफारिश रेलवे ने कर दी है. ये जानकारी रविवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भुवनेश्वर में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी. उन्होंने बताया कि मेन लाइन पर मरम्मत का काम पूरा हो चुका है. विद्युतीकरण का काम अभी भी जारी है. रेलवे घायल और मृतकों के परिजनों के संपर्क में है. रेलवे ने सिफारिश की है कि जांच सीबीआई से कराई जाए. सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आगे की जांच के लिए सीबीआई को सौंपा जाएगा. इसकी सिफारिश रेलवे बोर्ड की तरफ से किया जा रहा है
ओडिशा हादसे में घायलों के इलाज को लेकर तेजी से काम शुरू कर दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाई लेवल मीटिंग की. इसमें कटक के अस्पतालों के सभी डॉक्टरों से बातचीत की गई और आगे की कार्ययोजना पर चर्चा हुई. रेल मंत्री ने सभी डॉक्टर समुदाय के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने शत प्रतिशत समर्पण के साथ दिन-रात काम किया.
हादसे को लेकर ओडिशा पुलिस ने ट्वीट किया है. इसमें पुलिस ने कहा है, "यह देखने में आया है कि कुछ सोशल मीडिया हैंडल शरारती तरीके से बालासोर में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. जीआरपी, ओडिशा द्वारा दुर्घटना के कारणों और अन्य सभी पहलुओं की जांच की जा रही है. हम सभी संबंधितों से अपील करते हैं कि वे इस तरह के झूठे और दुर्भावनापूर्ण पोस्ट प्रसारित करने से बचें. अफवाह फैलाकर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी."
ओडिशा पुलिस ने ट्वीट करते हुए कहा, 'यह देखने में आया है कि कुछ सोशल मीडिया हैंडल शरारती तरीके से बालासोर में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.जीआरपी, ओडिशा द्वारा दुर्घटना के कारणों और अन्य सभी पहलुओं की जांच की जा रही है. हम सभी संबंधितों से अपील करते हैं कि वे इस तरह के झूठे और दुर्भावनापूर्ण पोस्ट प्रसारित करने से बचें. अफवाह फैलाकर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.'
ओडिशा सरकार ने दूसरे दौर की जांच और क्रॉस वेरिफिकेशन के बाद मरने वालों की संख्या के आंकड़ों में संशोधन किया, जो इस प्रकार है-
केवल पहचान के उद्देश्य से शवों की तस्वीरें 3 वेबसाइटों पर अपलोड की गई हैं. राज्य के अधिकारी पार्थिव शरीर लेने के लिए ओडिशा आने वाले मृतकों के रिश्तेदारों की अगवानी करेंगे, उन्हें अस्पताल ले जाएंगे और शवों को भेजने के लिए सभी व्यवस्थाएं करेंगे. सभी को बालासोर से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने की व्यवस्था करेंगे. (इनपुट- इंद्रजीत)
तेजस्वी यादव ने कहा कि ट्रेन हादसे पर किसी न किसी को तो ज़िम्मेदारी लेनी होगी. उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना के लिए भारत सरकार PM और रेल मंत्री जिम्मेदार हैं. ये लापरवाही का परिणाम है. घटना के लिए किसी न किसी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए. (इनपुट- शशि भूषण)
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा, 'कल रेलवे ने साझा किया था कि मरने वालों की संख्या 288 हो चुकी है. कल रात DM और उनकी पूरी टीम ने एक-एक शव की जांच की. DM द्वारा डेटा की जांच की गई और पाया गया कि कुछ शवों की दो बार गिनती की गई है, इसलिए मरने वालों की संख्या को संशोधित कर 275 कर दिया गया है.'
रेलवे बोर्ड ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हादसे पर विस्तार से जानकारी दी. रेलवे बोर्ड की सदस्य जया वर्मा सिन्हा ने बताया, 'बालासोर दुर्घटना पर रेलवे बोर्ड ने कहा कि दुर्घटना के समय सभी सिग्नल ग्रीन थे. रेलगाड़ियां अपनी तय स्पीड पर चल रही थीं. कोरोमंडल 128 की स्पीड तथा हावड़ा एक्सप्रेस 126 की स्पीड से चल रही थी, यानि कोई ओवरस्पीड नहीं थी. दुर्घटना केवल कोरोमंडल एक्सप्रेस की हुई है और वो क्षतिग्रस्त हुई है. ये एलएचबी ट्रेन है जो बहुत ही सेफ ट्रेन है, अगर इस तरह इसके कोचेच टर्टल नहीं होते हैं और लोग ज्यादा चोटिल नहीं होते हैं. लेकिन यहां मामला कुछ और था. यहां ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई जिसकी वजह से बड़ी संख्या में घायल हो गए और बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई. यशवंतपुर एक्सप्रेस लगभग निकल ही गई थी कि उसके आखिरी दो डिब्बे भी इस ट्रेन की चपेट में आ गए, जिसकी वजह से कुछ लोग घायल हुए और कुछ की मौत हुई.'
बालासोर में हुई भीषण रेल दुर्घटना के मद्देनजर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जी ने आज ओडिशा के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री मनमोहन सामल से बात की और राहत तथा बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए. ओडिशा प्रदेश भाजपा की पूरी टीम राहत कार्यों में लगी है. दुर्घटना स्थल पर भाजपा कार्यकर्ता फूड पैकेट्स से लेकर हर जरूरी चीज उपलब्ध कराने में सहयोग कर रहे हैं. (इनपुट- हिमांशु मिश्रा)
ओडिशा में हुए दर्दनाक रेल हादसे में अभी तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच ओडिशा सरकार ने कहा है कि 200 से अधिक शव ऐसे हैं जिनकी अभी तक पहचान नहीं हो सकी है. हादसे में मारे गए लोगों की तस्वीरें टेबल में रखी गई हैं और लोगों के तस्वीरों के जरिए अपने मृतक परिजनों की पहचान कर रहे हैं. मारे गए बहुत सारे यात्री प्रवासी मजदूर थे इसलिए उनके परिवार धीरे-धीरे ओडिशा पहुंच रहे हैं. जो परिवार फिलहाल ओडिशा में नहीं हैं उनकी मदद के लिए ओडिशा सरकार ने तीन वेबसाइटों पर मृतकों की तस्वीरें अपलोड की हैं. शव तेजी से सड़ रहे हैं, जिससे पहचान करना मुश्किल हो रहा है. (इनपुट- इंद्रजीत)
दक्षिणी रेलवे ने ट्वीट कर एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है, जिसके मुताबिक,'12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस के मार्ग में आज दोपहर 1:00 बजे भद्रक से चेन्नई के लिए एक विशेष ट्रेन शुरू होगी. यह 12841 के सभी स्टॉपेज के साथ कटक, भुवनेश्वर खोरदा से होते हुए जाएगी.'
ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे में बिहार सुरक्षित बचे बिहार के 40 यात्रियों को अब वहां से बस से लाया जा रहा है. बिहार के यात्रियों को बस से अररिया लाया जा रहा है. इन 40 यात्रियों में अररिया के 24, किशनगंज के दो, दरभंगा के नौ, सीतामढ़ी के दो और समस्तीपुर के तीन यात्री शामिल हैं. बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग ने ये जानकारी दी है.
(रिपोर्ट- शशि भूषण)
बालासोर रेल हादसे में जान गंवाने वालों को लेकर भारतीय जीवन बीमा निगम ने बड़ा ऐलान किया है. एलआईसी ने ऐलान किया है कि क्लेम प्रॉसेस को आसान बनाया जाएगा. इससे पीड़ितों को राहत मिलेगी. एलआईसी के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती ने पीड़ितों के परिजनों के लिए क्लेम सेटलमेंट प्रॉसेस में कई तरह की राहत देने का ऐलान किया है और ये भी कहा है कि एक स्पेशल कॉल सेंटर नंबर भी जारी किया गया है.
(रिपोर्ट- देव कोटक)
बालासोर रेल हादसे की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका वकील विशाल तिवारी ने दाखिल की है. याचिका मे सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज की अध्यक्षता में एक जांच आयोग के गठन की मांग की गई है. ये आयोग 2 जून 2023 को ओडिशा ट्रेन दुर्घटना के कारणों की जांच कई पहलुओं से करे. याचिका में सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ आयोग का गठन करने की भी मांग की गई है जिसमें तकनीकी विशेषज्ञ सदस्य शामिल हों और ये आयोग रेलवे प्रणाली में कवच सहित सभी वर्तमान जोखिम और सुरक्षा मापदंडों और प्रणालियों का विश्लेषण और समीक्षा कर सुझाव दें. (इनपुट- संजय शर्मा/ अनीशा)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फोन पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात और रेल दुर्घटना पीड़ितों के इलाज के बारे में जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि ओडिशा के विभिन्न अस्पतालों में घायल यात्रियों की जान बचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं. सीएम पटनायक ने कहा कि डॉक्टर, मेडिकल छात्र जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. घायल व्यक्तियों के लिए रक्तदान करने के लिए डॉक्टर, छात्र और आम लोग आगे आ रहे हैं. उन्होंने ताजा स्थिति के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि विभिन्न अस्पतालों में 1175 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से 793 को छुट्टी दे दी गई है. उन्होंने कहा कि ज्यादातर घायल मरीजों की हालत स्थिर है. सीएम ने बताया कि वर्तमान में 382 यात्रियों का विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है. प्रधानमंत्री ने संकट के दौरान त्वरित और कुशल कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री, ओडिशा सरकार को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर केंद्र किसी भी तरह की सहायता देने को तैयार है. उन्होंने संकट की इस घड़ी में त्वरित मदद के लिए ओडिशा के लोगों की भी प्रशंसा भी की. (इनपुट- हिमांशु मिश्रा)
ममता बनर्जी के बयान पर अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'ममता जी ने कवच सिस्टम पर बात की. उन्हे जो जानकारी थी उसके आधार पर उन्होंने बयान दिया. कारण वह नहीं है जो ममता बनर्जी ने कल कहा था. यह हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के चलते हुआ. ममता बनर्जी ने यह बात नहीं कही कि यह हादसा किसी और वजह से हुआ है, जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.' दरअसल कल ममता बनर्जी ने रेल मंत्री के सामने कहा था कि अगर ट्रेन में कवच सिस्टम होता तो रेल हादसा टल सकता था. अब रेल मंत्री ने कहा है कि ये हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव की वजह से हुआ है.
कल देर रात तक दुर्घटनास्थल पर मौजूद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आज भी वहां पहुंचे. उन्होंने ने कहा कि रेल हादसे की सही वजह का पता लगा लिया गया है और जल्द ही रिपोर्ट सामने आएगी. उन्होंने कहा, 'कल पीएम मोदी ने निर्देश दिया था. एक ट्रैक का कार्य पूरा हो गया है अब इलेक्ट्रिसिटी को सही करने का काम जारी है. आज ट्रैक को शुरू करने की कोशिश है. पूरी की पूरी कोशिश रहेगी कि बुधवार सुबह तक का जो टारगेट रखा गया है पूरे ट्रैक को चालू करने का, वो पहले की सुचारू रूप से चालू हो जाएगा. जांच कमेटी ने अपनी जांच पूरी कर दी है और घटना के कारणों का पता लगा लिया गया है.'
पूर्व रेल राज्य मंत्री और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी बालासोर में उस जगह पहुंच गए हैं जहां भीषण ट्रेन दुर्घटना हुई थी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रेल हादसे के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए अधीर रंजन चौधरी और एआईसीसी प्रभारी ए चेल्ला कुमार को नियुक्त किया है.
बिपुल रॉय अभी तक लापता हैं. उनका परिवार लगातार बिपुल की खोज में लगा है लेकिन अभी तक वो नहीं मिल पाए हैं. उन्होंने अस्पतालों में भी खोज की लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया. बिपुल के चाचा ने बताया उन्होंने अपने साथी ग्रामीण को ढूंढ लिया है, लेकिन उसका भतीजा अभी तक नहीं मिला है, हालांकि दोनों ने एक साथ यात्रा कर रहे थे.
(इनपुट- अपूर्वा)
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भुवनेश्वर एयरपोर्ट पहुंच गए हैं. मनसुख मांडविया रेल हादसों के घायलों से मुलाकात करेंगे और पीड़ितों को प्रदान की जा रही चिकित्सा सहायता का जायजा लेने के लिए एम्स भुवनेश्वर और कटक में मेडिकल कॉलेज का दौरा करेंगे.
बहनगा बाजार स्टेशन पर ट्रेनों के पटरी से उतरने के कारण पलटे सभी 21 डिब्बों को हटा लिया गया है. अब साइट को क्लियर किया जा रहा है. इसके अलावा 3 वैगन और इंजन को भी जल्द हटा लिया जाएगा. (इनपुट- इंद्रजीत)
बालासोर में शुक्रवार को हुए रेल हादसे को 36 घंटे बीत चुके हैं. आलम यह है कि अभी भी इस ट्रैक से ट्रेनों का आवागमन शुरू नहीं हो पाया है. अभी भी ट्रैक पर पसरा हुआ है. पढ़ें पूरी खबर-. बालासोर में 36 घंटे से जारी जिंदगी को पटरी पर लाने की जद्दोजहद
बालासोर में फकीर मोहन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के बाहर की कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं. यहां ट्रेन हादसे में घायल हुए यात्रियों में से कुछ को यहां भर्ती कराया गया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी बालासोर ट्रेन हादसे पर दुख जताया है. एक बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा, 'भारत में हुए ट्रेन हादसे की खबर सुनकर बेहद दुखी हूं. हमारी संवेदनाएं उन परिवारों के प्रति हैं जिन्होंने इस हादसे में अपने प्रियजनों को खो दिया है. घायलों के स्वस्थ होने की कामना करते हैं... इस दुख की घड़ी में हम भारत के लोगों के साथ खड़े हैं. '
दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ), आदित्य कुमार चौधरी ने कहा, 'इधर-उधर छिटकी बोगियां हटा दी गई हैं...मालगाड़ी की 2 बोगियां भी हटा दी गई हैं...एक तरफ से कनेक्टिंग ट्रैक को साफ करने का काम चल रहा है जो जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.'