ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने जांच रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंप दी है. रिपोर्ट में 'मानवीय चूक' और कोरोमॉडल एक्सप्रेस को 'गलत सिग्नल' दिए जाने की बात कही गई है. हालांकि, रिपोर्ट में बाकी जानकारी गुप्त रखी गई है. बताया जा रहा है कि रेलवे बोर्ड अब सीबीआई जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है.
दरअसल, बालासोर में बहानगा बाजार स्टेशन के पास 2 जून को ट्रिपल हादसा हुआ था. यहां चेन्नई से हावड़ा जा रही 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस लूप लाइन में खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी. इसके बाद कोरोमंडल के कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे. ये डिब्बे पास वाली लाइन से गुजर रही यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस से टकरा गए थे. इस हादसे में 290 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 1100 लोग जख्मी हुए थे.
सीबीआई जांच रिपोर्ट का इंतजार
रेल मंत्रालय के अधिकारियों ने हादसे के बाद इंटरलॉकिंग सिस्टम में छेड़छाड़ की आशंका जताई थी. इसके बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी. सीबीआई की रिपोर्ट आने के बाद ही रेलवे बोर्ड इस मामले में आगे कोई कदम उठाएगा.
आजतक ने भी हादसे के बाद खुलासा किया था कि सिग्नल में गड़बड़ी के चलते कोरोमंडल एक्सप्रेस अप मेन लाइन के बजाय लूप लाइन आ गई थी. इसके बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस लूप लाइन में खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी और ये हादसा हो गया था.
कई स्तर पर हुईं गलतियां
रेलवे सुरक्षा आयुक्त की रिपोर्ट में कहा गया है कि हादसे के लिए सिग्नल एंड टेली कम्युनिकेशन विभाग में कई स्तरों पर खामियां जिम्मेदार थीं. LC94 पर रिपेयर वर्क किया गया था. शाम 4.20 पर कनेक्शन काटा गया था, इसके बाद इसे उसी दिन 16:50 पर जोड़ दिया गया था. जबकि सिग्नल एंड टेली कम्युनिकेशन विभाग के कर्मचारी कनेक्शन होने के बावजूद सर्किट पर काम कर रहे थे.
रिपोर्ट के मुताबिक, ये ट्रेन हादसा नॉर्थ सिग्नल गूमटी पर किए गए सिग्नलिंग-सर्किट-अल्टरेशन में हुई खामियां और स्टेशन के गेट नंबर 94 पर लेवल क्रॉसिंग के लिए इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर के प्रतिस्थापन से संबंधित सिग्नलिंग कार्य की वजह से हुआ. इन गलतियों के चलते ट्रेन नंबर 12841 को गलत सिग्नल मिला, जिससे ट्रेन को ग्रीन सिग्नल मिला और ट्रेन अप मेन लाइन से लूप लाइन में आ गई और वहां खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई.
कैसे हुआ था हादसा?
ओडिशा के बालासोर में 2 जून को ट्रेन नंबर 12481 कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन के (शालीमार-मद्रास) मेन लाइन से गुजर रही थी. तभी मेन लाइन पर सिग्नल रेड हो गए और उसे लूप लाइन में जाने का सिग्नल दिया गया. लूप लाइन पर जाते ही ट्रेन वहां पहले से खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी. ट्रेन पूरी रफ्तार (फुल स्पीड) में थी और उसे स्टेशन पर रोकना संभव नहीं था. इसका परिणाम ये हुआ कि 21 कोच डीरेल हो गए और 3 कोच डाउन लाइन पर चले गए. इसी समय डाउन लाइन की ट्रेन 12864 यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन से गुजर रही थी और उसकी कोरोमंडल से टक्कर हो गई. इसके बाद हावड़ा एक्सप्रेस के दो डिब्बे पटरी से उतर गए.