बांग्लादेश में छात्रों के हिंसक प्रदर्शनों के देशव्यापी अशांति में तब्दील होने और तख्ता पलट के पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना 5 अगस्त को भारत आ गई थीं. जानकारी के मुताबिक शेख हसीना के अगले कुछ दिनों तक भारत से बाहर जाने की संभावना नहीं है, क्योंकि उनकी आगामी यात्रा को लेकर बाधा आ गई है.
पीटीआई के मुताबिक अधिकारियों ने बतया कि प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद सोमवार की शाम करीब 5 बजे हिंडन एयरबेस पर उतरीं शेख हसीना को एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया, उन्हें बेहद कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है. शेख हसीना भारत से लंदन जाने वाली थीं, लेकिन अब वह दूसरे ऑप्शन पर विचार कर रही हैं, क्योंकि ब्रिटिश सरकार ने संकेत दिया है कि उन्हें किसी भी संभावित जांच के खिलाफ ब्रिटेन में कानूनी सुरक्षा नहीं मिल सकती है.
जानकारी के मुताबिक शेख हसीना ने भारत के रास्ते लंदन जाने की प्लानिंग की थी, उनके सहयोगियों ने हिंडन पहुंचने से पहले भारतीय अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया था. शेख हसीना C-130J मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट से हिंडन एयरबेस पर उतरीं थीं. शेख हसीना अपनी बहन शेख रेहाना के साथ अस्थायी शरण लेने के लिए भारत से लंदन जाने की प्लानिंग कर रही थीं. लेकिन अब ब्रिटेन सरकार ने संकेत दिया है कि शेख हसीना को ब्रिटेन में बड़े पैमाने पर हिंसक विरोध प्रदर्शनों की किसी भी संभावित जांच के खिलाफ कानूनी सुरक्षा नहीं मिल सकती है.
क्यों लिया था ब्रिटेन जाने का फैसला
ऐसे में सवाल ये है कि शेख हसीना ने ब्रिटेन जाने का फैसला क्यों लिया था, अधिकारियों ने बताया कि शेख हसीना ने लंदन जाने का फैसला इसलिए किया क्योंकि उनकी बहन रेहाना की बेटी ट्यूलिप सिद्दीक ब्रिटिश संसद की सदस्य हैं, ट्यूलिप ट्रेजरी की आर्थिक सचिव और हैम्पस्टेड और हाईगेट से लेबर सांसद हैं.
बांग्लादेश हिंसा पर ब्रिटेन का बयान
ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड लैमी ने सोमवार को लंदन में एक बयान में कहा कि बांग्लादेश ने पिछले 2 सप्ताह में अभूतपूर्व स्तर की हिंसा और जान-माल की हानि देखी है और देश के लोग हिंसक घटनाओं की यूनाइटेड नेशंस (UN) के नेतृत्व में पूर्ण और स्वतंत्र जांच के हकदार हैं.
इस देश में जा सकती हैं हसीना
जानकार लोगों ने कहा कि हसीना ने भारत को अपने संभावित फैसलों के बारे में अवगत करा दिया है. यह भी सामने आया है कि शेख हसीना के परिवार के सदस्य फिनलैंड में भी हैं, इसीलिए उन्होंने उत्तरी यूरोपीय देश के लिए रवाना होने पर भी विचार किया है.