बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले की घटना के संदर्भ में पीरजादा अब्बास सिद्दीकी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिससे बंगाल की राजनीति गर्म हो रही है. एक धार्मिक कार्यक्रम में अब्बास सिद्दीकी कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि जिन लोगों ने बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडाल में हनुमान के पांव के पास कुरान रखी उनका गला काट देना चाहिए.
अब्बास सिद्दीकी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही उन्होंने एक बयान जारी किया है और पूजा पंडालों में हमले की घटना की निंदा करते हुए ऐसा करनेवालों को सजा देने की मांग की है.
फिसल गई पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की जुबान
दरअसल दो दिन पहले अब्बास सिद्दीकी ने उत्तर 24 परगना में एक धार्मिक कार्यक्रम के तहत ये बयान दिया था. बांग्ला भाषा में अब्बास सिद्दीकी यह भी कहते दिख रहे हैं कि मुस्लिम युवा दुर्गा पूजा में शामिल होकर गलत कर रहे हैं. इसी के बाद अब्बास कहते हैं कि "मुझे याद है कि कुछ साल पहले दुर्गा पूजा पंडाल की एक थीम काबा भी बनाई गई थी. अगर काबा इतना ही पसंद है तो इस्लाम क्यों नहीं ग्रहण कर लेते हो".
पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने अब फेसबुक पर वीडियो जारी करके बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान रखे जाने के मामले की जांच की मांग की. साथ ही अब्बास सिद्दीकी ने कुरान रखनेवालों को कड़ी सजा देने की बात भी कही. इसके साथ ही दुर्गा पंडालों पर हमला करने वालों के खिलाफ भी कड़ा कदम उठाने और कड़ी सजा देने की मांग की.
बीजेपी की मांग- हो गिरफ्तारी
वहीं बीजेपी ने तुरंत अब्बास सिद्दीकी को गिरफ्तार करने की मांग की है. राहुल सिन्हा ने कहा है कि अब्बास सिद्दीकी राज्य में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. ममता बनर्जी से अपील है कि अब्बास को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. वहीं टीएमसी नेता कुणाल घोष ने भी वाम मोर्चा पर व्यंग्य कसते हुए ट्वीट किया है कि अब क्यों वाम नेता अपने चुनावी साथी के बयान की निंदा नहीं कर रहे.
पीएम मोदी से किसने गुहार लगाई?
वैसे बांग्लादेश की इस घटना ने दिल्ली तक के लोगों को नाराज कर दिया है. सभी ने एक सुर में पीएम नरेंद्र मोदी से अपील की है कि सख्त कार्रवाई के लिए दबाव बनाया जाए. एक श्रद्धालु ने बोला कि पूरे विश्व को प्रसाद के रूप में खाना खिलाने वाले और शांति का संदेश फैलाने वाली संस्था पर हमला निंदनीय है. वहीं विरोध में शामिल हुए विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि मानवाधिकार वाले अब शांत बैठ गए हैं. जब हिंदुओं पर हमला होता है, तब ये बिल में छिप जाते हैं.