केरल में पुलिस ने एक बांग्लादेशी नागरिक को नकली करेंसी रखने और अवैध रूप से भारत में 18 साल तक रहने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गुरुवार को बताया कि आरोपी की पहचान 30 साल के सलीम मोंडल के रूप में हुई है, जो मूल रूप से बांग्लादेश के अलीपुर का रहने वाला है.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि सलीम मोंडल को पिछले सप्ताह ट्रेन में चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद, एर्नाकुलम ग्रामीण पुलिस और अलप्पुझा रेलवे पुलिस की संयुक्त छापेमारी में उसके किराए के घर से 17 नकली 500 के नोट बरामद हुए.
पहचान छुपाने के लिए किया फर्जीवाड़ा
पूछताछ के दौरान पहले तो मोंडल ने खुद को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद का निवासी बताया, लेकिन बाद में सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपनी असली पहचान स्वीकार कर ली. जांच में पता चला कि मोंडल नकली नोटों के वितरण में सक्रिय था और विशेष प्रकार के कागज और स्याही को बांग्लादेश भेजकर वहां नकली नोट तैयार कराता था. पुलिस के अनुसार, वह भारत में लैपटॉप और मोबाइल फोन चोरी कर बांग्लादेश में बेचता था और बदले में नकली नोट हासिल करता था.
आरोपी ने एक बार में 50 से अधिक मोबाइल फोन बांग्लादेश भेजे, जिसके बदले उसे नकली नोट मिलते थे. इसके अलावा, वह मोबाइल के IMEI नंबर में हेरफेर कर उनका पता लगाना मुश्किल बना देता था. इससे उसे एक मोबाइल फोन पर 40,000 तक की कमाई होती थी.
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि सलीम मोंडल ने पश्चिम बंगाल से भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड फर्जी तरीके से बनवा लिया था. उसके पासपोर्ट पर बांग्लादेश का वीजा भी लगा हुआ था, जिसे वह दोनों देशों के बीच अपनी पहचान छुपाने के लिए इस्तेमाल कर रहा था.