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बीटिंग द रिट्रीट: विजय चौक पर 1000 ड्रोन से जगमगाया पूरा आसमान, शानदार नजारा

Beating Retreat Ceremony शुरू हो गई है. शाम 5.15 पर ये कार्यक्रम शुरू हुआ था और करीब एक घंटे तक चला. तीनों सेनाएं शामिल रहीं और पुलिस बैंड भी शामिल रहे. कार्यक्रम की शान ड्रोन शो और प्रोजेक्शन मैपिंग थी.

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विजय चौक पर 1000 ड्रोन से जगमगाया आसमान
विजय चौक पर 1000 ड्रोन से जगमगाया आसमान
स्टोरी हाइलाइट्स
  • प्रोजेक्शन मैपिंग ने जीता सभी का दिल
  • 1000 ड्रोन ने कार्यक्रम को लगाए चार चांद
  • 26 धुनों ने लोगों के दिल पर किया राज

हर साल गणतंत्र दिवस समारोह को Beating Retreat Ceremony के साथ समाप्त किया जाता है. 29 जनवरी को दिल्ली की  विजय चौक पर इस खास बीटिंग रिट्रीट का आयोजन किया जाता है. तीनों सेनाएं रहती हैं, पुलिस बल के स्पेशल बैंड आते हैं और एक भव्य समारोह देखने को मिलता है. आज भी 5.15 पर ये कार्यक्रम शुरू हुआ था. पीएम मोदी से लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तक कई मेहमान वहां पर उपस्थित रहे थे. लेकिन कार्यक्रम के चीफ गेस्ट भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद थे जो अपने पूरे दस्ते के साथ वहां पर पहुंचे थे. कार्यक्रम एक घंटे चक चला था.

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कार्यक्रम की सबसे बड़ी हाइलाइट ड्रोन शो रही. आसमान में 1000 ड्रोन भारत के पूरे इतिहास को अद्भुत अंदाज में देश के सामने रख रहे थे. आसमान में रंग-बिरंगे अंदाज ये ड्रोन विजय चौक की खूबसूरती को चार चांद लगाने वाले साबित हुए. चीन-ब्रिटेन और रूस के बाद भारत चौथा देश रहेगा जहां पर इतने बड़े स्केल पर ड्रोन शो का आयोजन किया गया.

कार्यक्रम में कुल 26 धुनें बजाई गई थीं. भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के बैंड अलग-अलग धुन बजा सभी का दिल जीत रहे थे. प्रोजेक्शन मैपिंग के जरिए भी भारत के संपूर्ण इतिहास को खूबसूरत अंदाज में बताया गया था. बड़ी-बड़ी इमरतों पर प्रोजेक्शन लाइटों के जरिए बेहतरीन नजारा देखने को मिला था.

जानकारी के लिए बता दें कि भारत में 1952 के दशक बीटिंग रिट्रीट की शुरुआत हुई थी. तब भारतीय सेना के मेजर रॉबर्ट ने सेनाओं के बैंड्स के डिस्प्लेस के साथ इस सेरेमनी को पूरा किया था. इस समारोह में राष्ट्रपति मुख्य अतिथी रहते हैं. उनके आते ही उन्हें नेशनल सैल्यूट दिया जाता है. बीटिंग रिट्रीट की ये परंपरा ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में है.

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