
छठ महापर्व की तैयारियां कोलकाता में पूरी हो चुकी हैं. राज्य सरकार की ओर से कोलकाता में 132 घाटों पर छठ का बंदोबस्त किया गया है. हुगली नदी के इन सभी 132 घाटों पर कोलकाता पुलिस और प्रशासन के वॉलिंटियर रहेंगे.
वहीं, महिलाओं के लिए वस्त्र बदलने की जगह का भी इंतजाम प्रत्येक घाट पर किया गया है. सिर्फ यही नहीं हुगली के 132 घाटों के अलावा कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में 8 वॉटर बॉडीज में भी छठ का बंदोबस्त किया गया है.
दरअसल, जो लोग दूर रहते हैं और गंगा के घाटों तक नहीं आ सकते हैं, उनके लिए इन वॉटर बॉडीज का बंदोबस्त किया गया है. लेकिन रवींद्र सरोवर को छठ के लिए प्रशासन की ओर से इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा. रवींद्र सरोवर को प्रदूषणमुक्त रखने के लिए सभी गेट बंद कर दिए गए हैं.
मंत्री फरहाद हकीम ने बताया कि हुगली नदी में छठ की वजह से प्रदूषण की संभावना कम रहती है क्योंकि नारियल और फल जैसी ईको फ्रेंडली चीज ही विसर्जित की जाती हैं. प्रशासन की ओर से छठ के लिए कोई अलग से गाइडलाइन नहीं दी गई है, लेकिन अपील की गई है कि सभी लोग कोरोना नियमों का पालन करते हुए छठ महापर्व को मनाए खास तौर पर एक-दूसरे से दूरी बनाते हुए स्नान करें. राज्य सरकार की ओर से छठ के उपलक्ष्य में छुट्टी की घोषणा की गई है. खुद ममता बनर्जी भी छठ पर हुगली के घाटों पर जाती हैं.