देश में बीते नौ साल में खादी की बिक्री में रिकार्ड बढ़ोतरी हुई है. साथ ही खादी के उत्पादन में भी बड़ा उछाल आया है. खादी के उत्पादन में 332 फीसदी और बिक्री में 450 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में खादी से जुड़े रोजगार में भी वृध्दि दर्ज की गई है. खादी ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार के मुताबिक, बीते नौ साल में खादी देश और दुनिया भर में बड़ा, विश्वस्त और प्रतिष्ठित ब्रांड बन चुका है. वित्तीय वर्ष 2013-14 में खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों का सालाना कारोबार 31 हजार 154 करोड़ रुपये था. वहीं, बीते नौ सालों में 2022-23 तक यह बढ़कर 1 लाख 34 हजार 630 करोड़ रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. यह अब तक की सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि है.
नौ साल में खादी का उत्पादन 26 करोड़ से 95 करोड़ के पार
वित्तीय वर्ष 2013-23 के बीच खादी और ग्रामोद्योग का उत्पादन 26 हजार 109 करोड़ रुपये था. वहीं, 2023 में 268 प्रतिशत बढ़कर यह 95 हजार 957 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. यह इस बात का प्रमाण है कि मेक इन इंडिया, वोकल फॉर लोकल और स्वदेशी उत्पादों पर देश की जनता का भरोसा बढ़ा है.
खादी कपड़े की बिक्री ने भी रचा नया इतिहास
कोविड-19 के बाद पूरी दुनिया में ऑर्गेनिक कपड़ों की मांग बढ़ी है. इस कारण खादी के कपड़ों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है. वर्ष 2013-14 में खादी कपड़ों का उत्पादन 811 करोड़ रुपये था. वहीं, 2022-23 में 260 प्रतिशत के उछाल के साथ यह 2 हजार 916 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. खादी के कपड़ों ने पिछले 9 सालों में 450 फीसदी की वृध्दि दर्ज की है. वर्ष 2013-14 में इसकी बिक्री 1 हजार 81 करोड़ रुपये थी. वहीं, 2022-23 में 450 प्रतिशत वृध्दि के साथ यह 5 हजार 943 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
खादी की बिक्री बढ़ने से रोजगार में भी बढ़ोतरी
मनोज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर मंच से खादी को प्रमोट करने का भी व्यापक असर खादी के कपड़ों की बिक्री पर पड़ा है. इस वजह से खादी और ग्रामोद्योग रोजगार सृजन का नया केंद्र बन गया है. खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का रिकॉर्ड बनाया है. वर्ष 2013 -14 में संचयी रोजगार 1 करोड़ 30 लाख 38 हजार 444 से 2022-23 में 36 प्रतिशत वृध्दि के साथ 1 करोड़ 77 लाख 16 हजार 288 तक पहुंचा गया है. वित्त वर्ष 2013-14 में जहां 5 लाख 62 हजार 521 नए रोजगार का सृजन हुआ था. वहीं, वित्त वर्ष 2022-23 में 70 प्रतिशत की वृध्दि के साथ 9 लाख 54 हजार 899 तक पहुंच गया है.