CDS Gen Bipin Rawat Funeral: तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम तक दिल्ली लाया जाएगा. दोनों का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली छावनी में करने की योजना है. उधर, रावत के गृह राज्य उत्तराखंड में राज्य सरकार ने 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा कर दी है.
CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर गुरुवार शाम तक एक सैन्य विमान से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचेंगे. शुक्रवार को पति-पत्नी के शवों को उनके घर लाया जाएगा और सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा. उसके बाद कामराज मार्ग से दिल्ली कैंटोनमेंट के बराड़ चौराहा श्मशान घाट तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी. अंतिम संस्कार के लिए उनकी छोटी बहन और भाई भी वहां मौजूद रहेंगे. बता दें कि जनरल रावत की दो बेटियां भी हैं.
3 दिन का राजकीय शोक
उधर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीडीएस के निधन पर राज्य में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. CM ने कहा, सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बारे में जानकर मुझे बहुत दुख हुआ है. उन्होंने अपना जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया. उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं.
उत्तराखंड से गहरा नाता
बता दें कि दिवंगत बिपिन रावत का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था. उनका परिवार पीढ़ियों से देश की सेना में अपनी सेवाएं देते आया है. उनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत भी लेफ्टिनेंट जनरल रह चुके थे.
परिवार के पास पहुंचे रक्षा मंत्री
हादसे की खबर के बाद नाते-रिश्तेदारों और करीबियों ने सीडीएस के दिल्ली स्थित बंगले पर पहुंचना शुरू कर दिया है. सबसे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की, इसके बाद उत्तराखंड के पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत पहुंचे, जहां उन्होंने शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाया.
CCS बैठक में श्रद्धांजलि
इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज शाम हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा संबंधी समिति (CCS) बैठक में दो मिनट का मौन रखा गया और हादसे में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी गई. प्रधानमंत्री आवास, लोक कल्याण मार्ग पर हुई इस बैठक में PM के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर मौजूद रहे. बैठक के बाद अब पीएम मोदी और अमित शाह के बीच अलग से लंबी मुलाकात चली.