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बीरभूम हिंसा पर बोले PM मोदी- बंगाल के लोग ऐसी वारदात करने वालों को माफ न करें

पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल में हुई घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि मैं पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त करता हूं, अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. 

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पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बंगाल की घटना पर पीएम मोदी ने जताया दुख
  • केंद्र की तरफ से मदद का भी आश्वासन

पश्चिम बंगाल के बीरभूम में टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या के बाद हिंसा फैल गई. यहां गुस्साई भीड़ ने करीब एक दर्जन घरों को आग के हवाले कर दिया. इस हिंसा में 8 लोगों की जलकर मौत हो गई. मरने वालों में 3 महिलाएं और 2 बच्चे भी शामिल हैं. बंगाल में हुई इस हिंसा पर राजनीति भी छिड़ गई है.

इसी बीच पीएम मोदी ने भी घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि मैं पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त करता हूं, अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं आशा करता हूं कि राज्य सरकार, बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को जरूर सजा दिलवाएगी.

पीएम ने कहा कि मैं बंगाल के लोगों से भी आग्रह करूंगा कि ऐसी वारदात को अंजाम देने वालों को, ऐसे अपराधियों का हौसला बढ़ाने वालों को कभी माफ न करें. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से मैं राज्य को इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं कि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने में जो भी मदद वो चाहेगी, उसे मुहैया कराई जाएगी.

बिप्लोबी भारत गैलरी का उद्घाटन

पीएम ने आज बुधवार को भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के महानायकों को श्रद्धांजलि के रूप में बिप्लोबी भारत गैलरी का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने देश को संबोधित भी किया. उन्होंने कहा कि अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान की गाथा देश के बच्चे-बच्चे की जुबान पर है. हम सबको इन वीरों की गाथाएं, देश के लिए दिन रात मेहनत करने के लिए प्रेरित करती हैं. 

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पीएम ने कहा कि हमारे अतीत की विरासतें हमारे वर्तमान को दिशा देती हैं, हमें बेहतर भविष्य गढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं. इसलिए, आज देश अपने इतिहास को, अपने अतीत को, ऊर्जा के जाग्रत स्रोत के रूप में देखता है.

आपको वो समय भी याद होगा जब हमारे यहां आए दिन प्राचीन मंदिरों की मूर्तियां चोरी होने की खबरें आती थीं. हमारी कलाकृतियां बेधड़क विदेशों में स्मगल होती थीं, जैसे उनकी कोई अहमियत ही नहीं थी. लेकिन अब भारत की उन धरोहरों को वापस लाया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि 2014 से पहले के कई दशकों में सिर्फ दर्जनभर प्रतिमाओं को ही भारत लाया जा सका था. लेकिन बीते 7 सालों में ये संख्या सवा 2 सौ से अधिक हो चुकी है. अपनी संस्कृति, सभ्यता की ये निशानियां, भारत की वर्तमान और भावी पीढ़ी को निरंतर प्रेरित करें, इस दिशा में ये एक बहुत बड़ा प्रयास है.

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पीएम ने कहा कि हैरिटेज टूरिज्म बढ़ाने के लिए भारत में एक राष्ट्रव्यापी अभियान चल रहा है. स्वदेश दर्शन जैसी कई योजनाओं के जरिए हैरिटेज टूरिज्म को गति दी जा रही है. भारत को गुलामी के सैकड़ों वर्षों के कालखंड से आजादी, तीन धाराओं के संयुक्त प्रयासों से मिली थी. एक धारा थी क्रांति की, दूसरी धारा सत्याग्रह की और तीसरी धारा थी जन-जागृति अभियानों की.

'ऐसा कोई काम नहीं जो भारत का युवा कर ना सके'

उन्होंने आगे कहा कि मैं देश के युवाओं से कहना चाहता हूं- कभी अपनी शक्तियों को, अपने सपनों को कम नहीं आंकिएगा. ऐसा कोई काम नहीं जो भारत का युवा कर ना सके. ऐसा कोई लक्ष्य नहीं जो भारत का युवा प्राप्त ना कर सके.

भारत भक्ति का यही शाश्वत भाव, भारत की एकता, अखंडता, आज भी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए. आपकी राजनीतिक सोच कुछ भी हो, आप किसी भी राजनीतिक दल के हों, लेकिन भारत की एकता-अखंडता के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़, भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात होगा.

भारत के आत्मविश्वास की नई दृष्टि

हमें नए भारत में नई दृष्टि के साथ ही आगे बढ़ना है. ये नई दृष्टि भारत के आत्मविश्वास की है, आत्मनिर्भरता की है, पुरातन पहचान की है, भविष्य के उत्थान की है. और इसमें कर्तव्य की भावना का ही सबसे ज्यादा महत्व है. 

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पीएम ने कहा कि आज ही भारत ने 400 बिलियन डॉलर यानि 30 लाख करोड़ रुपए के प्रॉडक्ट्स के एक्सपोर्ट का नया रिकॉर्ड बनाया है. भारत का बढ़ता हुआ एक्सपोर्ट, हमारी इंडस्ट्री की शक्ति, हमारे MSMEs, हमारी मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता, हमारे एग्रीकल्चर सेक्टर के सामर्थ्य का प्रतीक है.

 

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