Birbhum Violence: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या के बाद हिंसा फैल गई. यहां गुस्साई भीड़ ने करीब एक दर्जन घरों को आग के हवाले कर दिया. इस हिंसा में 8 लोगों की जलकर मौत हो गई. मरने वालों में 3 महिलाएं और 2 बच्चे भी शामिल हैं. बंगाल में हुई इस हिंसा पर राजनीति भी छिड़ गई है. मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी मनोज मालवीय को पत्र लिख कर मामले में कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने पत्र के जरिये 24 घंटे में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है.
इसी बीच पीएम मोदी ने भी घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि मैं पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त करता हूं, अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं आशा करता हूं कि राज्य सरकार, बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को जरूर सजा दिलवाएगी.
मैं पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त करता हूं, अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।
— PMO India (@PMOIndia) March 23, 2022
मैं आशा करता हूं कि राज्य सरकार, बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को जरूर सजा दिलवाएगी: PM @narendramodi
बीजेपी ने एकतरफ जहां ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल बीरभूम भी पहुंचा.वहीं दूसरी तरफ बंगाल की सीएम ममता बनर्जी खुद सामने आई हैं और उन्होंने कहा है कि वो खुद बीरभूम जाएंगी. उन्होंने कहा कि जिन्हें बीरभूम जाना है जाएं, किसी को रोका नहीं जाएगा क्योंकि ये बंगाल है यूपी नहीं. हमें हाथरस जाने से रोका गया, बंगाल में किसी को छींक भी आ जाए तो बीजेपी कोर्ट चली जाती है.
ऐसे में आज बुधवार को घटनास्थल पर बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल भी पहुंचा, जिसकी अगुवाई शुभेंदु अधिकारी कर रहे हैं. घटनास्थल पर पहुंच कर नेता विपक्ष शुभेंदु ने मामले की SIT जांच की जगह NIA या CBI जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि हमें ममता की जांच टीम पर भरोसा नहीं है. इसके अलावा उन्होंने बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग भी की है.
वहीं बीजेपी का यह भी कहना है कि घटना की जिम्मेदारी लेते हुए ममता बनर्जी को इस्तीफा दे देना चाहिए. बीजेपी नेता अर्जुन सिंह ने कहा कि ममता को पूरे मामले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए.
साथ ही मामले पर कैलाश विजयवर्गीय ने आजतक से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि SIT पर हमें यकीन नहीं है. उसमें दागी अफसर हैं. इसमें वो अधिकारी हैं जो सांठ-गांठ कर के बैठे हैं. ऐसे में राज्य सरकार की कोई भी जांच एजेंसी पर हमारा भरोसा नहीं है.
वहीं राज्य के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने भी घटना पर दुख जताया है. इसके साथ ही राज्यपाल ने बंगाल सरकार पर भी निशाना साधा है.अपना एक वीडियो ट्वीट करते हुए जगदीप धनखड़ ने लिखा, 'भयानक हिंसा और आगजनी की घटना से संकेत मिलता है कि राज्य हिंसा की संस्कृति और जंगलराज के हवाले है. इस बारे में चीफ सेक्रेटरी से मैंने रिपोर्ट तलब की है. मेरी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं.'