scorecardresearch
 

केरल में एक बार फिर बर्ड फ्लू ने दी दस्तक, बत्तख-मुर्गियों को मारने और अंडों को नष्ट करने के आदेश

केरल में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. कुट्टनाड के एक किलोमीटर क्षेत्र में बत्तख, मुर्गियां और अन्य पक्षियों को मारने, जबकि अंडों को नष्ट करने का आदेश दिया गया है. साथ ही उस क्षेत्र के 12 किमी दायरे में बत्तखों, मुर्गियों को लाने और ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

Advertisement
X
बत्तखों के मृत पाए जाने के बाद नमूनों को भोपाल भेजा गया था.
बत्तखों के मृत पाए जाने के बाद नमूनों को भोपाल भेजा गया था.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 2021 के शुरुआत में भी केरल बर्ड फ्लू की चपेट में था
  • प्रभावित इलाके में 12 किलोमीटर के दायरे में पक्षियों को लाने-ले जाने पर प्रतिबंध

देश में एक ओर जहां कोरोना महामारी का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन अपना दायरा बढ़ा रहा है तो वहीं अब केरल में बर्ड फ्लू ने एक बार फिर दस्तक दे दी है. अलाप्पुझा जिले के ठक्काजी पंचायत के कुट्टनाड क्षेत्र में एक किसान की हजारों बत्तखें मृत पाई गईं हैं. भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में इनके नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. राज्य में 2021 के शुरुआत में भी बर्ड फ्लू का मामला सामने आया था.

Advertisement

स्थानीय पशुपालन टीम ने ठक्काजी पंचायत में बत्तखों, मुर्गियों को पकड़ने के लिए रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया है. साथ ही कुट्टनाड क्षेत्र के एक किलोमीटर के दायरे में बत्तखों, मुर्गियों और अन्य पक्षियों को मारने जबकि अंडों को नष्ट करने का आदेश जारी किया गया है. 

साथ ही कुट्टनाड क्षेत्र के 12 किमी दायरे में बत्तखों, मुर्गियों को लाने और ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इससे पहले केरल में 2021 के शुरुआत में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी. उस समय केरल सरकार ने इसे राजकीय आपदा तक घोषित कर दिया था. इसके अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आए थे. 

 

Advertisement
Advertisement