विधानसभा चुनाव से ठीक एक साल बाद गृह मंत्री अमित शाह पहली बार बंगाल पहुंच रहे हैं. वे यहां उत्तर बंगाल से लेकर दक्षिण बंगाल तक दौरे करेंगे. राज्य में बीजेपी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और संगठन के बारे में फीडबैक लेंगे. अमित शाह का ये दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
दरअसल, शाह इस दौरे में 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाएंगे और प्रदेश में संगठन के अंदर अंदरूनी लड़ाई को खत्म करने में भी मददगार साबित होंगे. अमित शाह तीन दिन बंगाल में रहेंगे. यहां उनकी जनसभा से लेकर पार्टी कार्यकताओं और नेताओं के साथ बैठक के कार्यक्रम तय हैं.
सिलीगुंडी में जनसभा को संबोधित करेंगे अमित शाह
गृह मंत्री शाह कई सरकारी कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. वे 4 मई की रात कोलकाता पहुंचेंगे. 5 मई की सुबह उत्तर 24 परगना के हिंगलगंज में बीएसएफ के कार्यक्रम में शामिल होंगे. यहां वह भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ की तैयारियों का जायजा लेंगे. दोपहर में अमित शाह सिलीगुड़ी पहुंच जाएंगे. वहां एक जनसभा करेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग करेंगे.
कोलकाता में बीजेपी नेताओं के साथ बैठक
इसके बाद 6 मई को अमित शाह कूचबिहार में तीन बीघा कॉरिडोर में बीएसएफ के कार्यक्रम में शामिल होंगे. दोपहर में गृह मंत्री कोलकाता पहुंचेंगे और पार्टी विधायकों और प्रदेश बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक करेंगे.
संगठन को मजबूत करने की बड़ी चुनौती
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश समेत 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बंगाल में पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा हुआ है, लेकिन उसे और मजबूत करने की जरूरत है. 2 साल बाद लोकसभा चुनाव होने हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बंगाल में अप्रत्याशित 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन सालभर पहले विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की बंपर जीत ने बीजेपी को झटका दिया है.
बीजेपी के कई दिग्गज हो चुके टीएमसी में शामिल
इसके अलावा, बीजेपी के कई दिग्गज नेता टीएमसी में शामिल हो चुके हैं. सांसद अर्जुन सिंह से लेकर शांतनु ठाकुर की पार्टी से नाराजगी भी चिंता का विषय बनी हुई है. इसी बीच बीजेपी ने ममता सरकार के एक साल के जश्न से पहले ही पलटवार करने की रणनीति बनाई है और चुनाव बाद हिंसा पर टीएमसी को घेरने की कोशिश शुरू की है.