बांग्लादेश में दूर्गा पूजा के दौरान हिंदुओं को निशाना बनाए जाने के मामले को लेकर बीजेपी और टीएमसी आमने-सामने आ गई है. टीएमसी ने सोमवार को अप्रत्यक्ष रूप से बांग्लादेश की घटना के पीछे बीजेपी सरकार का हाथ होने का अंदेशा जताया है. बांग्लादेश के मुद्दे पर भाजपा और टीएमसी में जमकर राजनीति शुरू हुई है.
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि बांग्लादेश में जो हुआ बहुत गलत हुआ, लेकिन इसका लाभ किसे मिलेगा? कुणाल ने शुभेंदु अधिकारी के संदर्भ से कहा कि कल शुभेंदु ने कहा था कि बांग्लादेश में जो हुआ उससे हमारा वोट बढ़ जाएगा, तो सोचिए कि बांग्लादेश में जो गलत हुआ उससे किसको लाभ हुआ.
उन्होंने कहा कि एक तो उस देश में हैं जो उनकी सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं. लेकिन यह बांग्लादेश की बात है. मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगा. शुभेंदु ने खुद कहा है कि उनका वोट बढ़ जायेगा. यह बेनिफिशियरी है. ऐसे में इसकी उचित जांच होनी चाहिए. घोष ने पूछा कि कहीं किसी तरह से इसके पीछे उनकी कोई भूमिका तो नहीं है. इसकी जांच होनी चाहिए.
At the Deputy High Commission of Bangladesh in Kolkata to express our concerns regarding the continuous atrocities on the Bengali Sanatani Hindus. We are committed to fight for the rights & security of the Hindus, wronged any where in the world. pic.twitter.com/VxNNgZ71de
— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) October 18, 2021
वहीं, शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल कोलकाता में बांग्लादेश हाई कमीशन पहुंचा और बातचीत की. शुभेंदु ने धमकी दी कि अगर बांग्लादेश में हालात नहीं सुधरे तो पेट्रापोल सीमा पर प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेश में 500 दुर्गा पांडाल और 200 मंदिर पर हमला हुआ है. बीजेपी ने पूरे मुद्दे पर आज समूचे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया.