तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी में जुट गई है. बीजेपी सूत्रों का मानना है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन अपनी सरकार की नाकामियों से ध्यान हटाने के लिए अभी से तमिलनाडु Vs केंद्र का माहौल बनाने में लगे हैं. साथ ही बीजेपी ने AIADMK के साथ गठबंधन की कोशिशें भी शुरू कर दी हैं.
तमिलनाडु में परिसीमन और हिंदी भाषा पर सियासी विवाद के बीच तमिलनाडु में अपने पैर जमाने की कोशिश में लगी बीजेपी तमिलनाडु की जनता के बीच जा रही है. बीजेपी का मकसद है राज्य की स्टालिन के नेतृत्व वाली इंडिया ब्लॉक सरकार की पोल खोलना. बीजेपी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के समर्थन में राज्य में एक करोड़ लोगों तक पहुंचने के लिए हस्ताक्षर अभियान पिछले महीने ही शुरू किया है. इस अभियान के जरिए बीजेपी तमिलनाडु में घर-घर जाकर दस्तक देगी और लोगों को बताएगी कि कैसे तीसरी भाषा कोई भी भारतीय भाषा हो सकती है और हिंदी को लेकर जान-बूझकर राजनीतिक फायदे के लिए भ्रम फैलाया जा रहा है.
बीजेपी सूत्रों के अनुसार पार्टी आलाकमान को लगता है कि इससे पार्टी को DMK के नैरेटिव को काउंटर करने में मदद मिलेगी. वहीं बीजेपी के नेता और कार्यकर्ताओं की जमीन पर जनता के साथ मौजूदगी और कनेक्टिविटी भी दिखेगी. आने वाले दिनों में पार्टी आंदोलन के तौर पर राज्य के अलग-अलग शहरों में बड़ी रैलियां भी करेगी. बीजेपी का मानना है कि राज्य की डीएमके सरकार ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए और अब चुनाव के पहले बीजेपी पुराने हिंदी विरोध को फिर से उभारने की कोशिश कर रही है.
बीजेपी आलाकमान ने तय किया है कि घर-घर दस्तक के बाद इस मुद्दे पर तमिलनाडु में रैलियां निकाली जाएंगी. इनका शेड्यूल कुछ ऐसा रहेगा..
- 23 मार्च को तिरुचिरापल्ली में रैली
- 29 मार्च को तिरुनेलवेली में रैली
- 5 अप्रैल को वेल्लोर में रैली
- 12 अप्रैल को कांचीपुरम में रैली
- 19 अप्रैल को सालेम में रैली
- 26 अप्रैल को चेन्नई में रैली
- 3 मई को मदुरै में रैली
- 11 मई को कोयंबटूर में रैली
BJP ने राज्य में गठबंधन की कोशिशें शुरू कीं
तमिलनाडु में बीजेपी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को बताएंगे कि जो थ्री लैंग्वेज फॉर्मूले के विरोध में हैं, उनके बच्चे तो उन स्कूलों में पढ़ रहे हैं, जहां थ्री लैंग्वेज पढ़ाई जाती है. जबकि गरीब बच्चे सरकारी स्कूल में जाते हैं. जहां दो भाषाएं ही पढ़ाई जाती हैं. ऐसे में गरीब के बच्चे दो ही भाषा क्यों पढ़ें? बीजेपी ये भी बताएगी कि कैसे डीएमके के नेताओं द्वारा राज्य में संचालित प्राइवेट स्कूल जो CBSE बोर्ड से संबद्ध हैं, वहां थ्री लैंग्वेज का विकल्प रहता है. बीजेपी जानती है कि ये मुद्दा जितना बड़ा बनेगा, उतना पार्टी के लिए मुश्किल बढ़ सकती है, क्षेत्रीय अस्मिता/प्राइड के उभार के चलते उसके सहयोगी भी दूर जा सकते हैं. लिहाजा बीजेपी ने राज्य में गठबंधन की कोशिशें अभी से शुरू कर दी हैं.
बीजेपी और AIADMK के बीच कम हुई तल्खी
हाल के दिनों में बीजेपी और AIADMK के बीच तल्खी कम होती नजर आ रही है. लिहाजा बीजेपी ने भी गठबंधन को लेकर अपने रुख को नरम किया है. DMK को राज्य की सत्ता से बाहर करने के लिए जहां प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई ने AIADMK के साथ संभावित गठबंधन को लेकर नरमी दिखाई है, वहीं AIADMK महासचिव ई. पलानीस्वामी ने भी बीजेपी के साथ गठबंधन की संभावना को खारिज नहीं किया. सूत्रों की मानें तो AIADMK ने बीजेपी को संदेश भेजा है कि गठबंधन की शर्त है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई को प्रदेश अध्यक्ष के पद हटाया जाए.
बीजेपी प्रदेश नेतृत्व में करेगी बदलाव?
वहीं, बीजेपी भी दोनों दलों के गठबंधन को आसान बनाने के लिए बीजेपी प्रदेश नेतृत्व में बदलाव करने पर विचार कर रही है, क्योंकि मौजूदा बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई एआईएडीएमके से गठबंधन के खिलाफ रहे हैं. ऐसे में बीजेपी प्रदेश की कमान तमिलिसाई सुंदरराजन या नैना नागेंद्रन के हाथों सौप सकती है.
बीजेपी को तमिलनाडु से उम्मीदें क्यों?
बीजेपी आलाकमान को लगता है कि 2026 विधानसभा चुनाव में गठबंधन से सरकार बनाने की संभावना बढ़ जाएगी. बीजेपी की इस उम्मीद की वजह 2024 के लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु में बीजेपी का बढ़ा वोट शेयर है. 2024 के लोकसभा चुनाव में राज्य में बीजेपी का वोट शेयर 2019 के मुकाबले तीन गुना बढ़कर 11.24 फीसदी हो गया. हालांकि वोट शेयर बढ़ोत्तरी की एक वजह बीजेपी की 2019 में 5 की बजाय 2024 में 23 सीटों पर चुनाव लड़ना भी है. लेकिन बीजेपी इसे अपने लिए तमिलनाडु की जनता के बढ़ते समर्थन के तौर पर देख रही है. बीजेपी और AIADMK ने कई चुनाव साथ में लड़े हैं, लेकिन 1999 के बाद दोनों के रिश्ते टूटते और जुड़ते रहे हैं. ये बात एआईडीएमके भी जानती है कि बीजेपी के तमिलनाडु में पैर पसारने से डीएमके का वोट घटा है, तो गठबंधन से AIADMK का फायदा होता रहा है.