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'हेमा समिति की रिपोर्ट को लेकर क्यों हो रही है न्याय में देरी?' केरल की विजयन सरकार पर जमकर बरसे जेपी नड्डा

केरल के पलक्कड़ में विभिन्न क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियों को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा, 'मुझे यह कहते हुए बहुत दुख हो रहा है कि हेमा समिति की रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कम्युनिस्ट पार्टी के लोग इसमें शामिल हैं. मुख्यमंत्री को सामने आना चाहिए...' 

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पलक्कड़ में लोगों को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा
पलक्कड़ में लोगों को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज केरल के पलक्कड़ में विभिन्न क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने विभिन्न लोगों को संबोधित करते हुए केरल सरकार पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केरल सामाजिक नेताओं की भूमि है और सामाजिक सुधारों के लिए जाना जाता है. केरल के लोग बेहद मेहनती हैं और मैं उनके समर्पण के लिए उन्हें सलाम करता हूं.

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जेपी नड्डा ने कहा, '2014 के बाद से केवल सरकार या पार्टी में बदलाव नहीं हुआ बल्कि यह राजनीति की संस्कृति में बदलाव हुआ है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद से राजनीतिक संस्कृति पूरी तरह बदल गई है. सुधार और विकास अब राजनीति का आधार बन गए हैं.'

लेफ्ट सरकार पर साधा निशाना

भाजपा अध्यक्ष ने इस दौरान हेमा समिति की रिपोर्ट को लेकर केरल की लेफ्ट सरकार पर जमकर निशाना साधा और सीएम विजयन से सवाल किए. जेपी नड्डा ने कहा, "हेमा समिति की रिपोर्ट को लेकर न्याय में देरी क्यों हो रही है? उन्हें (केरल सरकार को) क्या रोक रहा है? आपको क्या परेशान कर रहा है? क्योंकि आप इसका अभिन्न अंग हैं...यह कुछ ऐसा है जिसे आप छिपाना चाहते हैं क्योंकि आपके लोग इसमें शामिल हैं...'

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उन्होंने कहा, 'मुझे यह कहते हुए बहुत दुख हो रहा है कि हेमा समिति की रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कम्युनिस्ट पार्टी के लोग इसमें शामिल हैं. मुख्यमंत्री को सामने आना चाहिए...' 

क्या है हेमा समिति की रिपोर्ट
आपको बता दें कि हेमा समिति (Hema Committee) की रिपोर्ट केरल (Kerala) के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को सौंपे जाने के पांच साल बाद 19 अगस्त, 2024 को जारी की गई. चौंकाने वाली रिपोर्ट में शोषण, यौन उत्पीड़न, सत्ता के दुरुपयोग और लॉबिंग के बारे में काले कारनामे सामने आए हैं. रिपोर्ट जारी होने के बाद से ही कुछ महिलाएं अभिनेताओं और निर्देशकों के खिलाफ यौन दुराचार के आरोप लगाने के लिए आगे आई हैं.

फरवरी 2017 में, एक लोकप्रिय मलयालम अभिनेत्री (जो तमिल और कन्नड़ फिल्मों में अपने अभिनय के लिए मशहूर हैं) पर कथित तौर पर चलती कार में हमला किया गया था. पांच लोगों ने उनका अपहरण कर लिया, हमले का वीडियो बनाया और उसे वहीं छोड़ दिया. अभिनेत्री ने हिम्मत जुटाई और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.

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जांच के दौरान पता चला कि केरल के एक शक्तिशाली और प्रभावशाली शख्स मलयालम अभिनेता दिलीप ने कथित तौर पर कुछ लोगों के साथ मिलकर अभिनेत्री को 'सबक सिखाने' की साजिश रची थी.एक्टर पर हमले का केस कोर्ट में अभी भी चल रहा है. पिछले कुछ वर्षों में कई गवाह अपने बयान से पलट गए. कई साल बाद, निर्देशक बालचंद्र कुमार ने चौंकाने वाले दावे किए कि अभिनेता दिलीप के पास मजिस्ट्रेट की अदालत में हमले के सीन देखने से पहले ही मौजूद थे. उनके आरोप मामले में एक अहम मोड़ साबित हुए.

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