ये दोस्ती भी टूटेगी?
2019 में आखिरी बार हरियाणा में विधानसभा चुनाव हुए थे और बीजेपी को क्लियर मेजोरिटी नहीं मिल पाई थी. दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने अपने 10 विधायकों के साथ बीजेपी को समर्थन दे दिया. बीजेपी-जेजेपी गठबंधन की सरकार बन गई. जेजेपी के मुखिया दुष्यंत चौटाला डेप्युटी सीएम बन गए. चार साल से ये सरकार चल भी रही है. लेकिन पिछले कुछ दिनों से दोनों पार्टियों के बीच तक़रार के संकेत मिल रहे हैं. कुछ दिन पहले त्रिपुरा के पूर्व सीएम और हरियाणा बीजेपी प्रभारी बिप्लब देब ने एक बयान दिया था. उसी की वजह से दोनों पार्टियों के बीच ठन गई. बिप्लब देब ने उचाना सीट से बीजेपी की नेता प्रेमलता को अगला विधायक बता दिया था. डेप्युटी सीएम दुष्यंत चौटाला इसी सीट से मौजूदा विधायक हैं. ऐसे में चौटाला ने बिप्लब देब पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी के पेट में दर्द है, तो मैं दर्द की दवाई नहीं दे सकता. दुष्यंत चौटाला के इस बयान के बाद फिर बिप्लब देब ने उनपर हमला बोला और कहा कि जेजेपी ने बीजेपी को समर्थन देकर कोई अहसान नहीं किया है. बदले में उनके विधायकों को मंत्री बनाया गया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के संपर्क में निर्दलीय विधायक हैं. ऐसे में कल चार निर्दलीय विधायकों की बिप्लव देब से मुलाकात ने अब इस मामले को और ज्यादा तूल दे दिया है. अटकलें लगने लगी हैं कि क्या जेजेपी और बीजेपी का गठबंधन टूट जाएगा? सुनिए ‘दिन भर’ में.
चारधाम यात्रा पर जाने से पहले ये सुनें
उत्तराखंड में अप्रैल अंत से शुरु हुई चार धाम यात्रा में हर दिन 60 हज़ार से ऊपर रजिस्ट्रेशन हो रहें है। सभी धामों की मिलकर अब तक कुल 15 लाख से ऊपर यात्राएं रजिस्टर हुई। सबसे मुश्किल सफर होने के बावजूद अकेले केदारनाथ के लिए पाँच लाख से ज्यादा लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया लेकिन इस हाई रजिस्ट्रेशन रेट के साथ,चार धाम यात्रियों का डेथ रेट भी हाई है। अब तक लगभग 100 से ऊपर लोगों की मौते हो चुकी हैं। जिसमें अधिकतर लोग हार्ट स्ट्रोक के शिकार हुए। पिछले साल भी 300 से ज्यादा लोगों की मौत का आंकड़ा सामने आया था जिसमें 80 प्रतिशत मौतें सिर्फ मेडिकल कारणों से हुई, और उसमे भी हार्ट स्ट्रोक के केस ज्यादा थे। सुनिए ‘दिन भर’ में.
ट्रंप का 'मंगल' भारी!
2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव होने हैं, पिछले चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनते बनते रह गए और जीत जो बाइडेन की हुई थी. अगले चुनाव के मद्देनज़र तमाम सर्वेज़ में ट्रंप राष्ट्रपति पद की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं. लेकिन दूसरी ओर ट्रंप की क़ानूनी मुसीबतें कम नहीं हो रहीं. ताज़ा मामला गोपनीय दस्तवाज़ों को गैर कानूनी तरीके से अपने पास रखने का है. पिछले साल फ़ेडरल ब्योरो ऑफ़ इन्वेस्टिगेशन ने ट्रंप के फ्लॉरिडा में मौजूद रिसॉर्ट में छापेमारी कर ग्यारह हज़ार दस्तावेज़ बरामद किए थे, जिनमें 100 दस्तावेज़ ऐसे थे जो क्लासिफ़ाइड थे. FBI का दावा है कि उसके पास एक रिकॉर्डिंग है, जिसमें ट्रंप ये स्वीकार करते हैं कि 2021 में वाइट हाउस छोड़ने के बाद उन्होंने ये कागज़ात अपने पास रख लिए थे. क़ानून ये है कि ऐसे सेंसेटिव डॉक्युमेंट्स को अनधिकृत स्थान पर नहीं रखा जा सकता , इस मामले में ट्रंप के ऊपर 7 आरोप हैं, जिसमें अधिकतम 10 साल की सज़ा का प्रावधान है.
अगले हफ़्ते, मंगलवार को फ़्लोरिडा के संघीय अदालत में ट्रंप को पेश किया जाएगा. जहां उनकी गिरफ़्तारी हो सकती है, और उनपर लगाए गए आरोप सुनाए जाएंगे. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में इसपर लिखा है कि वो ऐसा कभी सोच भी नहीं सकते कि पूर्व राष्ट्रपति के साथ ऐसा हो सकता है. इसके पहले पॉर्न स्टार के साथ अपने अफ़ेयर को बारे में गुपचुप तरीके से पैसे देने के केस में भी ट्रंप के ऊपर अपराधिक मामला दर्ज है और आगे दो साल पहले कैपिटल हिल्स में भीड़ को भड़काने के लिए भी आरोपी बनाया जा सकता है. हालांकि क़ानूनी रूप से इससे ट्रंप की दावेदारी पर कोई असर नहीं पड़ता. वो दोषी साबित होने के बाद भी चुनाव लड़ने के लिए एलिजिबल रहेंगे. लेकिन एक के बाद एक क़ानूनी कार्रवाई क्या ट्रंप की अगली चुनावी दावेदारी कमज़ोर कर रही है? सुनिए ‘दिन भर’ में.
WTC फाइनल, खेल अभी बाक़ी है?
लंदन के द ओवल ग्राउंड पर खेले जा रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का आज तीसरा दिन है. और टीम इंडिया की हालत पतली नज़र आ रही है. पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के 469 रनों के जवाब में इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही. टॉप और मिडिल ऑर्डर की लचर बैटिंग के चलते इंडिया पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रही है. लेकिन अजिंक्य रहाणे, रविंद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर की जुझारू पारियों से फॉलो ऑन को टालने में क़ामयाब रही. आज के अलावा अगले दो दिन का खेल बचा हुआ है. तो यहाँ से मैच किस तरफ जा रहा है? सुनिए ‘दिन भर’ में.