उन्नाव पुलिस के साथ मारपीट के मामले में कन्नौज से बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. सामने आया है कि कन्नौज सांसद सुब्रत पाठक पर कन्नौज की शहर कोतवाली में यह मामला दर्ज किया गया है. उनके ऊपर Ipc की धारा 147/148/332/353/504/506/427/225 के साथ 7 CLA में केस दर्ज कराया गया है. आरोप है कि सांसद समर्थकों ने पुलिस के कार्य में बाधा डाली और अपहरणकर्ताओं को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ाने की कोशिश की. इसके साथ ही पुलिस कर्मियों से मारपीट भी की गई है. उन्नाव पुलिस, यहां कन्नौज पुलिस के साथ अपहरण के एक मामले में गिरफ्तारी के लिए पहुंची थी.
10 नामजद के खिलाफ मामला दर्ज
जानकारी के मुताबिक, उन्नाव की औरास पुलिस अपहरण के एक मामले में अपहृत को छुड़ाने के लिए कन्नौज शहर कोतवाली क्षेत्र पहुंची थी. यहां कन्नौज पुलिस के सहयोग से उन्नाव पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया था. मौके पर पहुंचे सुब्रत पाठक के समर्थकों ने अपहरणकर्ताओं को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ाने का प्रयास किया था. इस दौरान पुलिस टीम ने विरोध किया तो उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की. कन्नौज शहर कोतवाली के चौकी प्रभारी मंडी की तहरीर पर बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक समेत 10 नामजद और 42 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर साधा निशाना
बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक पर एफआईआर दर्ज होने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में बीजेपी पर निशाना साधते हुए लिखा "आज की ताजा खबर. पुलिसवालों ने की कन्नौज के बीजेपी सासंद सुब्रत पाठक के ऊपर एफआईआर. जनता पूछ रही है कब होंगे गिरफ्तार? इन भाजपाइयों से बचने के लिए पुलिस क्या बुलडोजर के पीछे छुपकर अपनी जान बचाए."
सुब्रत पाठक ने किया पलटवार
अखिलेश यादव के ट्वीट को लेकर सुब्रत पाठक ने भी पलटवार किया है. पाठक ने कहा कि 'अखिलेश यादव अपने समय को याद करें कि किस तरह वे गुंडागर्दी कराते थे और गुंडों का समर्थन करते थे. मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद से बड़ा कोई उदाहरण हो ही नहीं सकता, इसलिए अखिलेश यादव इस पर न बोले तो ही अच्छा है.'