आखिरकार कर्नाटक में भाजपा को विधानसभा में अपना नेता प्रतिपक्ष मिल ही गया. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के छह महीने बाद बीजेपी ने विधानसभा में विपक्ष के नेता का चुनाव कर लिया है. पार्टी ने राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और राजस्व मंत्री रहे आर अशोक को विपक्ष का नेता चुना है. भाजपा ने शुक्रवार को विधायक दल की बैठक की, जिसमें केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम, भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र, और पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा और बसवराज बोम्मई उपस्थित थे. इसी बैठक में आर अशोक को नेता चुना गया.
जुलाई 2012 से मई 2013 तक डिप्टी सीएम रहे अशोक
सात बार भाजपा विधायक रहे अशोक जुलाई 2012 से मई 2013 तक भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री थे. वरिष्ठ भाजपा नेता को कैबिनेट सदस्य के रूप में पांच मुख्यमंत्रियों के साथ काम करने का अवसर मिला है. एक मंत्री के रूप में, उन्होंने गृह, राजस्व, नगरपालिका प्रशासन, परिवहन और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण जैसे विभिन्न विभागों का कार्यभार संभाला था. अशोक पार्टी में एक प्रमुख वोक्कालिगा चेहरा हैं, जो कर्नाटक में प्रमुख समुदायों में से एक है. यह समुदाय खास तौर पर कर्नाटक के दक्षिणी हिस्सों जैसे बेंगलुरु, चिक्कबल्लापुरा, मैसूरु, मांड्या, चामराजनगर, रामानगर, कोलार, तुमकुरु और चिक्कमगलुरु में फैला हुआ है.
वोक्कालिगा फेस हैं आर अशोक
पिछले हफ्ते, भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने शिकारीपुरा विधायक बी वाई विजयेंद्र को अपनी राज्य इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया, जो भाजपा के मजबूत नेता बीएस येदियुरप्पा के बेटे हैं, जो लिंगायत से आते हैं. बता दें कि लिंगायत कर्नाटक का एक और प्रमुख समुदाय है. मई में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस ने भारी जीत के साथ बीजेपी को सत्ता से बाहर कर दिया था. कांग्रेस को 135, बीजेपी को 66 और जेडीएस को 19 सीटें मिलीं.
येदियुरप्पा के बेटे बने कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष
बता दें कि बीते हफ्ते ही, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र को कर्नाटक BJP का अध्यक्ष बनाया गया था. हालांकि तब से राज्य में नेता प्रतिपक्ष कौन, इस सवाल को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी. पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने के बाद उम्मीद है कि अब जल्द ही नया नेता प्रतिपक्ष भी मिल जाएगा. अध्यक्ष चुने जाने पर बीवाई विजयेंद्र ने कहा था, 'हम आगामी लोकसभा चुनावों में कर्नाटक से ज्यादा सीटें जीतकर और पीएम मोदी के ब्रांड और प्रतिष्ठा को मजबूत करके पार्टी की सफलता की दिशा में काम करेंगे.'