दो दिन के भारत दौरे पर आए ब्रिटेन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कई मुद्दों पर विस्तार से बात की. उनकी तरफ से भगोड़े विजय माल्या और नीरव मोदी पर भी प्रतिक्रिया दी गई और ब्रिटेन में सक्रिय खालिस्तानी गतिविधियों पर भी जवाब दिया गया.
आजतक की तरफ से जब बोरिस जॉनसन के लिए खालिस्तानियों को लेकर सावाल दागा गया, तो पीएम ने जोर देकर कहा कि वे ऐसे कट्टरपंथी समूह को बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन हमेशा से ये मानता रहा है कि वो कभी भी किसी ऐसे कट्टरपंथी समूह को बर्दाश्त नहीं करेगा जो अपने देश में सक्रिय होकर दूसरे देशों को निशाना बनाता हो. इसके बाद बड़ा ऐलान करते हुए बोरिस जॉनसन ने कहा कि उनकी तरफ से एंटी टेररिस्ट टास्क फोर्स का गठन कर दिया गया है.
इससे पहले विजय माल्या और नीरव मोदी के सवाल पर भी ब्रिटेन पीएम की तरफ से बड़ा बयान आया था. उन्होंने साफ कहा था कि आपने जिन दो लोगों की बात की है, हम उन्हें वापस भारत भेजना चाहते हैं. लेकिन इसमें कुछ कानूनी पेंच हैं. हम तो कभी भी उन लोगों का स्वागत नहीं करना चाहते जो कानून से बचने के लिए हमारे देश में आते हैं.
मीडिसा से बातचीत के दौरान कई मौकों पर बोरिस जॉनसन ने इस बात पर जोर दिया कि ब्रिटेन और भारत का रिश्ता पहले से भी ज्यादा मजबूत हो गया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अपना खास दोस्त बताया. उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि गुजरात में उनका काफी भव्य अंदाज में स्वागत किया गया था. उन्हें उस स्वागत से अमिताभ बच्चन और सचिन तेंदुलकर जैसा महसूस हुआ.
वैसे इन तारीफों के अलावा आर्थिक तौर से भी बोरिस जॉनसन का ये भारत दौरा काफी खास रहा. दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड अग्रीमेंट को साकार बनाने को लेकर भी बात हुई है. इस पर दोनों देशों की टीमें काम कर रही हैं. इस साल के अंत तक इसको पूरा कर लिया जाएगा. ब्रिटिश प्रधानमंत्री के साथ भारत में हो रहे इंफ्रास्ट्रक्चर के आधुनिकीकरण की योजनाओं और नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन के बारे में भी विस्तार से बात हुई है.