देशभर के कई राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है. उत्तर भारत के कई हिस्सों में रविवार को मेघ जमकर बरसे. भूस्खलन और बारिश के कारण 19 लोगों की मौत हो गई, जबकि दिल्ली में यमुना सहित अधिकांश नदियां उफान पर आ गई है. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली सहित कई जगहों पर बारिश से बेकाबू होते हालात की भयावह तस्वीरें, जलमग्न सड़कों पर कागज की नावों की तरह तैरती गाड़ियां, टूटते पुल, आवासीय क्षेत्रों में गंदा पानी, उफनती नदियां और जमीन धंसने से तटों पर डूबे मंदिर और घर के वीडियो सामने आए.
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जबकि दिल्ली 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई. यहां अधिकारियों ने यमुना के बढ़ते जल स्तर पर चेतावनी दी है. IMD के अनुसार दिल्ली में रविवार सुबह 8:30 बजे तक यानी पिछले 24 घंटों में 153 मिमी बारिश हुई, वहीं हरियाणा के चंडीगढ़ में 322.2 मिमी और अंबाला में 224.1 मिमी की रिकॉर्ड बारिश हुई.
#WATCH हिमाचल प्रदेश: मंडी में भारी बारिश के कारण ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ा। पानी के तेज बहाव के कारण एक कार बह गई।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 9, 2023
(सोर्स: पुलिस) pic.twitter.com/JgGS75ZaLB
शिमला मौसम कार्यालय के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सोलन में रविवार को 135 मिमी बारिश हुई, जिससे 1971 में एक दिन में 105 मिमी बारिश का 50 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया, जबकि ऊना में 1993 के बाद सबसे अधिक बारिश हुई है.
#WATCH | River Beas flows furiously in Himachal Pradesh's Mandi as the state continues to receive heavy rainfall. pic.twitter.com/Pxe0BBPqw3
— ANI (@ANI) July 9, 2023
अधिकारियों के अनुसार सामान्य जनजीवन ठप होने से दिल्ली और इसके आसपास के एनसीआर शहरों गुरुग्राम और नोएडा में स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे. गाजियाबाद में बारिश के कारण दो दिन और उसके बाद 'कांवड़ यात्रा' के कारण 17 जुलाई तक स्कूल बंद रहेंगे.
बारिश के चलते रेलवे सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं. उत्तर रेलवे ने कहा कि लगभग 17 ट्रेनों को रद्द कर दिया है और लगभग 12 अन्य का मार्ग बदल दिया है, जबकि जलभराव के कारण चार स्थानों पर यातायात निलंबित कर दिया गया है.
#WATCH | Himachal Pradesh: Roads damaged in Kangra due to incessant rains in the state. pic.twitter.com/IXBnU4F3MU
— ANI (@ANI) July 9, 2023
हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन की तीन अलग-अलग घटनाओं में 10 जिलों में अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि यहां 5 लोगों की मौत हो गई. शिमला के कोटगढ़ इलाके में भूस्खलन के बाद एक घर ढहने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई. कुल्लू और चंबा जिलों से एक-एक मौत हो गई है. शिमला के बाहरी इलाके रझाणा गांव में बारिश के पानी में बहकर आया भारी मात्रा में मलबा एक लड़की के घर पर गिर गया. अधिकारियों ने कहा कि इसमें एक बुजुर्ग महिला मलबे में फंसी हुई है और बचाव अभियान जारी है.
#WATCH | NDRF rescues five people from an inundated house as Beas river is in spate in Charudu village, Kullu district of Himachal Pradesh
— ANI (@ANI) July 9, 2023
(Video source: NDRF) pic.twitter.com/xTGhrdjDfF
हिमाचल प्रदेश आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार पिछले 36 घंटों में 14 बड़े भूस्खलन और 13 जगहों पर बाढ़ की सूचना मिली है, जबकि 700 से अधिक सड़कें बंद कर दी गई हैं. हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य से संबद्ध सभी स्कूलों और कॉलेजों को 2 दिन यानी सोमवार और मंगलवार के लिए बंद कर दिया है.
#WATCH | Kullu, Himachal Pradesh: Parvati River in Manikaran flooded due to excessive rainfall
— ANI (@ANI) July 9, 2023
(Visuals shot by locals, confirmed by Police) pic.twitter.com/OslUTr8Zjt
उत्तराखंड में तीन लोगों की मौत
वहीं, उत्तराखंड में ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गूलर के पास भूस्खलन के बीच उनकी जीप नदी में गिरने से तीन तीर्थयात्री गंगा में डूब गए. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जीप में 11 लोग थे. उन्होंने बताया कि पांच लोगों को बचा लिया गया है, जबकि तीन अन्य की तलाश जारी है और बचाव कर्मियों ने तीन शव बरामद किए हैं.
जम्मू-कश्मीर में बारिश की तबाही
जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले में एक यात्री बस के भूस्खलन की चपेट में आने से 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि लद्दाख के कारगिल जिले में लेह-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे एक पहाड़ी से गिरे पत्थर के नीचे एक वाहन के कुचल जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. केंद्र शासित प्रदेश के पुंछ जिले में डोगरा नाला पार करते समय अचानक आई बाढ़ में बहे दो सैनिकों के शव बरामद कर लिए गए. वहीं, श्रीनगर में भारी बारिश से कुछ राहत मिली और तीन दिनों तक निलंबित रहने के बाद रविवार को पंजतरणी और शेषनाग आधार शिविरों से हिमालय के गुफा मंदिर अमरनाथ की यात्रा फिर से शुरू हो गई है.