महिला पहलवानों से यौन शोषण के मामले में आरोपी बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोप तय करने के मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को पेशी से आज छूट मिली. आज ब्रजभूषण अदालत में पेश नहीं हुए, लेकिन पीड़ित महिला पहलवानों की वकील रेबिका जॉन ने उनके खिलाफ शिकायतों और पहलवानों की पीड़ा के बारे में कोर्ट को बताया. अगली सुनवाई एक सितंबर को तय की गई है जब याचिकाकर्ता पहलवानों की ओर से जॉन की दलीलें जारी रहेंगी.
महिला पहलवानो की तरफ से वकील रेबेका जॉन ने कोर्ट को बताया कि कब कब और किस जगह महिला खिलाडी का यौन उत्पीड़न किया गया. इसमे देश और विदेश में दोनो जगहें शामिल हैं.
रेबिका जॉन ने कहा एक महिला पहलवान ने अपनी शिकायत में बताया कि 2016 मंगोलिया के रियो में ओलंपिक क्वालीफाई प्रतियोगिता में भाग लिया था. होटल के रेस्टोरेंट में रात के खाने के लिए गई थी. वहां पर बृजभूषण भी खाने की मेज पर बैठे थे, वहां पर मुझको बुलाया गया. मैं वहां पर गई तो बृजभूषण ने मेरी छाती पर हाथ रखा और मेरे पेट तक हाथ ले गए. जिसके बाद मैं घबराकर वहां से चली गई और खाना खाकर अपने रूम में आ गई.
रेबिका ने कहा महिला पहलवान ने अपनी शिकायत में बताया कि 2017 मे कर्नाटक के बेल्लारी में ट्रेनिंग के दौरान चोट लग गई थी जिसके बाद मेरी सर्जरी हुई थी.
याचिकाकर्ता पीड़ित महिला पहलवान की तरफ़ से वकील रेबिका जॉन ने कहा कि उसने अपनी शिकायत में बताया था कि 2018 में बृजभूषण में दिल्ली में अपने ऑफिस में उसके साथ बदसलूकी किया और कहा कि ट्विटर पर लिखने की क्या ज़रूरत है. तुमको क्या चाहिए, उसके बाद एक बार फिर बृजभूषण ने अपने घर पर मेरे साथ बदसलूकी किया. उस दिन मैं इतना घबरा गई थी कि उस दिन किसी भी पेपर दस्तख़त के लिए कहते तो मैं कर देती. क्योंकि मुझे अपनी जान छुड़ानी थी.
महिला पहलवान की तरफ़ से वकील रेबिका जॉन ने कहा 2018 में सिरीफोर्ट स्टेडियम में एक मैच हारने के बाद बृजभूषण ने सांत्वना देने के बहाने 15-20 सेकेंड तक ज़बरदस्ती मुझको गले लगाया.
2018 में जकार्ता में एक इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने बाद कोच मुझको बृजभूषण के पास ले गए. वहां भी बृजभूषण ने मुझको कस कर गले लगाया था.
रेबिका जॉन ने कहा कि 2019 में कजाकिस्तान ओलंपिक क्वालिफिकेशन के मैच के बाद बृजभूषण ने सबके सामने मेरी छाती और पेट पर हाथ रखा लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा, क्योंकि मुझको डर था मेरा कैरियर खराब हो सकता था.
जनवरी 2023 में धरने पर बैठी थी. उसके बाद ओवर साइट कमेटी में मेरा बयान दर्ज हुआ. लेकिन वहां पर बयान सही से दर्ज नहीं किया गया. जो लोग वहां मौजूद थे वह बृजभूषण का बचाव कर रहे थे. हमने इसकी शिकायत की कि कमेटी में कोई पुरुष ना रखा जाए. लेकिन हमारी बात नहीं सुनी गई.
रेबिका ने दलील दी कि एक महिला पहलवान ने बताया कि उसने कभी नहीं देखा कि बृजभूषण पुरुष पहलवानों के एक्यूपंक्चर के बारे में जानकारी लेते हुए चेक करते हों. ओवर साइट कमेटी की मेंबर के बयान में कहा था कि महिला पहलवान ने बृजभूषण द्वारा छेड़छाड़ के बारे में बताया था लेकिन वहां पर वीडियो रिकॉर्डिंग बार बार बंद की जा रही थी. वहीं एक अन्य महिला पहलवान ने अपनी शिकायत में कहा कि मुझको फिजिकल रिलेशन के लिए ज़ोर दिया गया. कहा कि मेरे साथ कोम्प्रोमाईज़ कर लो तो तुमको कभी दिक्कत नहीं होगी.
लखनऊ में हुई घटना के बारे में बताते हुए कहा कि एशियन चैम्पियनशिप के ट्रायल के दौरान ग्रुप फोटोग्राफी के दौरान बृजभूषण ने कंधा पकड़ कर अपनी तरफ खींचा था. मेरे हिप पर हाथ मार था. उसके बाद मैं फोटोग्राफी के लिए बृजभूषण के पास से हट कर दूसरी जगह चली गई थी.
रेबिका जॉन ने कहा एक FIR इनसाइक्लोपीडिया नहीं होती है, FIR एक घटना या कई घटनाओं पर भी हो सकती है. जॉन ने कहा सभी शिकायतों से साफ दिखता है कि बृजभूषण अपने शक्ति का इस्तेमाल कर उनको प्रभावित करने की कोशिश करते थे.
बृजभूषण डॉक्टर नहीं थे ना ही कोच थे. तो आखिर क्यों सांस चेक करते थे. शिकायतकर्ता की इजाज़त या मर्जी के बिना उनकी शर्ट के अंदर अपना हाथ डाला. क्या ये सब यौन उत्पीड़न के दायरे में नहीं आता है?
उनकी हरकतों से पहलवान असहज महसूस करते थे. यह भी कहा कि उनको कभी किसी पुरूष पहलवान के साथ ऐसा बर्ताव करते हुए नहीं देखा गया. पहलवानों की वकील ने कहा कि बृजभूषण के खिलाफ IPC 354 के तहत आरोप तय होना चहिए साथ ही 354 A का भी आरोप बनता है.
महिला पहलवानों से यौन शोषण के मामले में आरोपी बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोप तय करने के मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में आज की सुनवाई पूरी हुई, मामले की अगली सुनवाई 1 सितंबर को होगी. अगली सुनवाई पर महिला पहलवानों की तरफ से वकील रेबिका अपनी दलील जारी रखेंगी.