वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज (1 फरवरी) केंद्रीय बजट पेश करने वाली हैं. बजट से आमजन खास तौर पर देश के मिडिल क्लास को काफी उम्मीदें हैं. टैक्स स्लैब में छूट, महंगाई कम किए जाने और ऐसी ही तमाम उम्मीदों के साथ मिडिल क्लास को बजट का इंतजार है. वित्त मंत्री के बजट भाषण और उनके पिटारे में किसके लिए क्या है, ये तो थोड़ी ही देर में सामने आ जाएगा, लेकिन इससे पहले ज्योतिष के नजरिए से ये जानने की कोशिश करते हैं कि आज के पंचांग में क्या खास है और ग्रह-नक्षत्र किस स्थिति में है?
भारतीय सनातन परंपरा में ज्योतिष एक खास अंग रहा है. इसके जरिए सदियों से प्रिडिक्शन किए जाते रहे हैं. ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति का असर हमारे जीवन और फैसलों पर पड़ता है, ऐसा माना जाता है. प्रशासनिक व्यवस्था और इसके फैसलों पर भी ग्रह-नक्षत्र, मुहूर्त किस तरह असल डालते रहे हैं, इसका अनुमान लगाया जाता रहा है. बजट को लेकर ये मान्यताएं और गहरी हो जाती हैं. इसका असर न सिर्फ अर्थव्यवस्था पर पड़ता है, बल्कि आम लोगों की जिंदगी पर भी पड़ता है.
पंचांग के अनुसार, इस दिन की ग्रह स्थिति और नक्षत्रों का प्रभाव बजट की दिशा और उसके असर को समझने में मदद कर सकता है. आइए जानते हैं 1 फरवरी 2025 के पंचांग का विस्तृत विश्लेषण.
1 फरवरी 2025 का पंचांग
विवरण | समय |
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सूर्योदय | 07:09 ए एम |
सूर्यास्त | 06:00 पी एम |
चन्द्रोदय | 09:02 ए एम |
चन्द्रास्त | 09:07 पी एम |
वार | शनिवार |
पक्ष | शुक्ल पक्ष |
तिथि | तृतीया - 11:38 ए एम तक |
नक्षत्र | पूर्व भाद्रपद - 02:33 ए एम, फरवरी 02 तक |
योग | परिघ - 12:25 पी एम तक |
करण (प्रथम) | गर - 11:38 ए एम तक |
करण (द्वितीय) | वणिज - 10:26 पी एम तक |
प्रविष्टे/गते | 19 |
सूर्य राशि | मकर |
चन्द्र राशि | कुम्भ - 08:58 पी एम तक |
राहुकाल | 09:52 ए एम से 11:13 ए एम |
गुलिक काल | 07:09 ए एम से 08:31 ए एम |
यमगण्ड | 01:56 पी एम से 03:18 पी एम |
अभिजित मुहूर्त | 12:13 पी एम से 12:57 पी एम |
दुर्मुहूर्त (प्रथम) | 07:09 ए एम से 07:53 ए एम |
दुर्मुहूर्त (द्वितीय) | 07:53 ए एम से 08:36 ए एम |
अमृत काल | 07:06 पी एम से 08:36 पी एम |
वर्ज्य | 10:11 ए एम से 11:40 ए एम |
आज की खास बात यह है कि आज माघ मास की तृतीया और चतुर्थी तिथि का योग है. शुक्ल पक्ष चल रहा है और शुक्ल पक्ष को नए फैसले लेने के लिए सही समय माना जाता है. इसके अलावा दूसरी बड़ी बात चतुर्थी तिथि का योग है, और यह चतुर्थी सामान्य नहीं है, बल्कि गणेश जी के विशेष व्रत विनायकी चतुर्थी का दिन है. गणेशजी खुद शुभ-लाभ देने वाले, रिद्धि-सिद्धि देने वाले देवता हैं. वह देवी लक्ष्मी के पुत्र हैं, इसलिए इस दिन को देवी लक्ष्मी का दिन भी माना जाता है. माघ की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि वैसे भी शुभ होती है, जो कि नई शुरुआत और सकारात्मक फैसलों के लिए उत्तम और उचित निर्णयों के लिए उत्तम समय होता है.
पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र और बृहस्पति ग्रह है स्वामी
इसके अलावा आज शनिवार का दिन है, जो शनि ग्रह से जुड़ा होता है. शनि देव न्याय, अनुशासन और संतुलन का प्रतीक है. इसका प्रभाव बजट के फैसलों में स्पष्टता और दीर्घकालिक सोच को बढ़ावा दे सकता है. आज पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र भी है. आकाश मंडल का 25वां नक्षत्र है और मीन राशि के चतुर्थ चरण में आता है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, इस नक्षत्र का स्वामी बृहस्पति ग्रह है, जो कि शुभ फल देने वाला है. यह नक्षत्र विचारशीलता, स्थिरता और दूरदर्शिता पर भी असर डालता है.
परिघ योग, जो लाता है अवसाद और निराशा
अब बात करते हैं योग की. आज परिघ योग है. ज्योतिष में इस योग को शुभ कार्यों का फल देने वाला नहीं माना जाता है.यह एक अशुभ योग माना जाता है. इस योग में शनि देव का प्रभाव होता है. परिघ योग के दौरान शुभ काम करने से बचना चाहिए. इसके अलावा इस योग में निराशा और अवसाद की स्थिति अधिक बनती है. इसके साथ ही इस योग में दैनिक जीवन की घटनाओं में निराशा और रुकावटें भी आ सकती हैं. यह योग आज दोपहर 12:25 पीएम तक रहने वाला है.
मकर राशि में सूर्य, कुंभ राशि में शनि
इसके अलावा जो ग्रहों और राशियों की स्थिति बन रही है, उनमें सूर्य मकर राशि में है, यह स्थिति प्रशासनिक फैसलों को मजबूती देती है. सरकारी योजनाओं में स्थिरता और दृढ़ता बनी रहेगी. वहीं चंद्रमा वृषभ राशि में गोचर कर रहा है, यह आर्थिक स्थिरता पर विशेष प्रभाव डालेगा. बृहस्पति वृषभ राशि में है जो कि शिक्षा, बैंकिंग और वित्तीय सुधारों के लिए यह शुभ संकेत है. शनि कुंभ राशि में, इसका संकेत है कि ऐसी नीति आ सकती है जो लंबे समय तक प्रभाव डालने में सक्षम हो. राहु मीन राशि में है जो बजट में चौंकाने वाले प्रावधानों का संकेत दे रहा है.
बजट और आर्थिक प्रभाव
शेयर बाजा में आज स्थिरता देखने को मिल सकती है. वित्तीय क्षेत्र में कुछ बड़े सुधार संभव हैं, ऐसे भी संकेत मिल रहे हैं. बजट में गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए राहत भरी घोषणाएं हो सकती हैं. व्यापारिक क्षेत्र में बदलाव संभव हैं, खासकर इंफ्रास्ट्रक्चर और उत्पादन से जुड़े क्षेत्रों में और सबसे बड़ा अंदेशा टैक्स को लेकर है कि, इससे जुड़े कुछ नए प्रावधान आ सकते हैं, जिससे नौकरीपेशा लोगों को लाभ मिल सकता है. इसके अलावा महंगाई को कम करने की उम्मीद की जा रही है. सरकार युवाओं, किसानों और छोटे व्यापारियों को लाभ दे सकती है. पंचांग के तथ्यों को देखें तो यह इस बात की ओर इशारा करता है कि इस बजट में कई फैसले आर्थिक स्थिरता को ध्यान में रखते हुए लिए जाएंगे.