गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार ने पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया है. इस बार चार हस्तियों को पद्म विभूषण सम्मान दिया गया है, 17 को पद्म भूषण सम्मान और 107 लोगों को पद्मश्री पुरस्कार दिया गया है. पद्म भूषण सम्मान पाने वालों में एक नाम बुद्धदेव भट्टाचार्य का भी है, जिन्होंने पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया है.
पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य उनका कहना है कि इस बारे में उन्हें बताया ही नहीं गया था. उन्हें सार्वजनिक मामलों के क्षेत्र में यह पुरस्कार दिया गया था. वह 2000 से 2011 तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे.
CPIM महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट करके जानकारी दी कि बुद्धदेव भट्टाचार्य का कहना है, 'मुझे पद्म भूषण पुरस्कार के बारे में कुछ नहीं पता. मुझे इस बारे में किसी ने भी कुछ नहीं कहा है. अगर मुझे पद्म भूषण दिया गया है, तो मैं इसे स्वीकार करने से इनकार करता हूं.'
Former Party PB member & WB CM Buddhadeb Bhattacharya had this to say on the Padma Bhushan award announcement.
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) January 25, 2022
“I don't know anything about Padman Bhusan award,none has said anything about it. If I have been given Padma Bhushan I refuse to accept it.”
कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने बुद्धदेव भट्टाचार्य के फैसले पर कहा, 'उन्होंने सही किया. वह गुलाम नहीं आज़ाद बनना चाहते हैं.'
Right thing to do. He wants to be Azad not Ghulam. https://t.co/iMWF00S9Ib
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) January 25, 2022
बुद्धदेव भट्टाचार्य के पुरस्कार स्वीकार न करने की घोषणा से राजनीतिक बयानबाज़ियां तेज़ होने लगी हैं. सोशल मीडिया पर उनके इस फैसले पर लोग जमकर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.