
मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे बेहद महत्वपूर्ण उपचुनावों के लिए सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. कांग्रेस जहां पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भरोसे है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर दांव चला है.
शिवराज सिंह चौहान ना केवल मध्य प्रदेश में बीजेपी का सबसे बड़ा चेहरा हैं बल्कि वह इस उपचुनाव में बीजेपी के सबसे बड़े स्टार प्रचारक भी हैं और ऐसे में उनकी जिम्मेदारी बेहद ज्यादा बढ़ जाती है क्योंकि अपनी पार्टी के लिए चुनाव में प्रचार करने के साथ-साथ उन्हें मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी भी निभानी है. ऐसे में प्रचार के साथ-साथ उनका ध्यान सरकार चलाने पर भी है.
'आजतक' ने एक पूरा दिन शिवराज सिंह चौहान के साथ चुनाव प्रचार के दौरान बिताया. शिवराज को इस दिन दिमनी-अंबाह, मेहगांव और ग्वालियर की सभा करनी थी, लेकिन मेहगांव की सभा निरस्त हो गई. ऐसे में हम भी उनके साथ ग्वालियर से हेलीकॉप्टर में सवार होकर दिमनी-अंबाह में चुनावी सभा की ओर उड़ चले. शिवराज सिंह चौहान सुबह 11 बजे तक प्रदेश का कामकाज देखते हैं और उसके बाद चुनाव प्रचार में निकल जाते हैं. नवरात्र का व्रत भी था लिहाजा शिवराज ने फलाहार का सेवन भी हेलीकॉप्टर में सफर के दौरान ही किया. ग्वालियर से दिमनी-अंबाह की सभा तक पहुंचने में हेलीकॉप्टर से महज कुछ मिनट ही लगे.
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दरअसल, उपचुनाव से पहले शिवराज सिंह चौहान अलग-अलग इलाकों में जाकर ताबड़तोड़ सभाएं कर रहे हैं. बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे इस उपचुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने अभी तक 50 के करीब जनसभाएं कर ली हैं. शिवराज सिंह चौहान की सबसे ज्यादा सभाएं रखने के पीछे भारतीय जनता पार्टी का मकसद साफ है और वह है शिवराज सिंह चौहान की छवि को चुनाव में भुनाना. दरअसल शिवराज को जनता की नब्ज पकड़ने में माहिर माना जाता है और जब वह मंच से भाषण देते हैं तो लगता है मानो सामने बैठे लोगों से संवाद कर रहे हों. जनता के साथ उनकी यही कनेक्टिविटी उन्हें बाकी मुख्यमंत्रियों से अलग बनाती है और लोग अपने बीच बेहद मामूली से दिखने वाले एक मुख्यमंत्री को पाकर खुश हो जाती है इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने इस उपचुनाव में भी सबसे ज्यादा सभाएं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ही रखी हैं.
अंबाह और दिमनी के चुनाव प्रचार में जैसे ही शिवराज सिंह चौहान हेलीकॉप्टर से उतरकर सभा स्थल की ओर जाते हैं तो वहां पर पहले से मौजूद जनता उनकी तरफ हाथ हिलाकर और मामा-मामा कहकर उनका अभिवादन करती है. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान अपने भाषण में भारतीय जनता पार्टी की सरकारों द्वारा किए गए काम को तो गिनाते ही हैं लेकिन कमलनाथ सरकार पर तंज कसना नहीं भूलते.
अपने पूरे भाषण में शिवराज सिंह चौहान के निशाने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ होते हैं और फंड की कमी के बयान पर कमलनाथ पर तंज कसने से नहीं चूकते. भाषण खत्म करने के बाद शिवराज ग्वालियर की ओर रवाना हो गए जहां उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया और इसके साथ ही दिनभर चले चुनावी प्रचार का समापन हुआ.
हेलीकॉप्टर में सफर के दौरान ही 'आजतक' से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई मुद्दों पर बेबाकी से बात की. हवाई सफर के दौरान की गई मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बातचीत के कुछ अंश:
संवाददाता: क्या 'आइटम' ने पलट दिया चुनाव?
शिवराज: यह मेरे लिए बहुत कष्ट का विषय है कि एक व्यक्ति जो कई साल तक केंद्रीय मंत्री रहे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और अब नेता प्रतिपक्ष हैं वह एक सम्मानित मंत्री को जो गरीब परिवार से आकर एक दलित बहन हैं मंत्री हैं, उनके बारे में इस तरह के आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल उन्होंने किया. मध्य प्रदेश की जनता सब सहन कर सकती है लेकिन मां- बहन बेटी के अपमान को सहन नहीं कर सकती. यह हमारे देश की संस्कृति भी नहीं सहन कर सकती लेकिन यह चुनावी मुद्दा नहीं चुनाव से ज्यादा यह भावनात्मक है. आखिरी एक बहन का अपमान क्यों किया इसलिए मैंने कहा कमलनाथ जी से कि आपको क्षमा मांगनी चाहिए.
संवाददाता: चुनाव आयोग को जवाब दिया है उन्होंने कि मकसद ठेस पहुंचाना नहीं था.
शिवराज: कमलनाथ जी यह बता दें कि और कब उन्होंने किस बहन को इस तरीके के शब्दों से पुकारा है.
संवाददाता: अब आप कोरोना वैक्सीन मुफ्त देने की बात कर रहे हैं?
शिवराज: कोरोना काफी हद तक नियंत्रित है लेकिन इलाज तो वैक्सीन ही है और इसीलिए मध्यप्रदेश में हमने फैसला किया है कि उपलब्धता होने पर हम अपनी जनता को निशुल्क कोरोना वायरस वैक्सीन लगाएंगे ताकि वे महामारी से बच सकें.
संवाददाता: चुनावी सभाओं और सरकार चलाने में तालमेल कैसे बैठा रहे हैं.
शिवराज: दोनों में संतुलन है कोई काम रुकता नहीं है. सुबह पहले पूरे प्रदेश का काम करता हूं. 11 बजे तक सरकार चलाता हूं, फिर बैठकर करता हूं चुनाव प्रचार. प्रचार के बाद भी जाकर काम करता हूं. 24 में से 20-20 घंटे काम करते हैं हम.
संवाददाता: ग्वालियर-चंबल संभाग कितना महत्वपूर्ण है?
शिवराज: ग्वालियर चंबल संभाग वीरों की भूमि है. ऋषियों की भूमि है. तपस्या की भूमि है और यह वह धरती है जो जब भी देश पर संकट आता है तो सबसे पहले यहां का नौजवान देश की सीमा की सुरक्षा के लिए निकलता है. हम केवल चुनाव के लिहाज से नहीं देखते हमारे लिए हर अर्थ में यह भूमि बहुत महत्वपूर्ण है और इस धरती के विकास के लिए बीजेपी, नरेंद्र सिंह तोमर जी हैं या मुख्यमंत्री के रूप में मैं हूं. हम सब प्रयासरत हैं और यहां की जनता से हम सब प्यार करते हैं, बीजेपी के लिए हर सीट महत्वपूर्ण है.
संवाददाता: आप सभाओं में कमलनाथ पर हमला क्यों करते हैं?
शिवराज: सवा साल उन्होंने सरकार चलाई और मध्य प्रदेश को तबाही और बर्बादी के कगार पर ले गए. विकास ठप हो गया. मध्य प्रदेश का वल्लभ भवन दलालों की मंडी बना दिया गया. भ्रष्टाचार चरम पर था. आतंक का राज भी कायम किया उन लोगों ने और इसलिए हमारे 15 साल और उनके सवा साल और कोरोना काल में हमने जो काम किया तो मुद्दे तो काम ही होंगे.
संवाददाता: बयानों का स्तर इतना गिर क्यों रहा है?
शिवराज: मुद्दे उनके पास नहीं हैं हम विकास की बात कर रहे हैं. योजनाओं की बात कर रहे हैं, जनकल्याण की बात कर रहे हैं, हमने आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का रोड मैप बना रखा है, लेकिन उनका चुनाव प्रचार शिवराज सिंह चौहान नालायक है, कलाकार है, घुटना टेक है, भूखा नंगा है. अभी बेकार के मुद्दे को उठाते हैं.
संवाददाता: क्या सिंधिया गद्दार हैं?
शिवराज: देखिए, गद्दारी कमलनाथ ने की. जनता को धोखा दिया वादे पूरे नहीं किए. वचन निभाए नहीं. विकास ठप कर दिया. वचन पत्र में जितनी चीजें कहीं सब झूठ का पुलिंदा निकला. गद्दारी उन्होंने की और जब ज्योतिरादित्य सिंधिया जी ने वचन निभाने की बात कही तो सिंधिया जी को बोला सड़क पर उतर जाओ और इसीलिए गद्दारी अगर किसी ने की तो कमलनाथ ने की और इसी गद्दारी की सजा कांग्रेसी कुछ मित्रों ने उन्हें दी उनकी सरकार गिरा कर.