राजस्थान में आज मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सीएम पद की शपथ ग्रहण की. उनके साथ दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है.शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल शामिल हुए. इसके अलावा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, एमपी के नए सीएम मोहन यादव, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे, अर्जुनराम मेघवाल, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत, त्रिपुरा के सीएम मणिक साहा, उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत तमाम नेता पहुंचे.
शपथ ग्रहण के बाद सबकी नज़र इस बात पर टिकी है कि राजस्थान की नई सरकार में किसको - कौन सा मंत्रालय मिलेगा? कैबिनेट को लेकर क्या बातें चल रही है, किस विधायक को कहां फिट किया जाएगा, और डेप्यूटी CM's कौन सा मंत्रालय संभालेंगे, सुनिए 'दिन भर' में.
देश की बड़ी खबरों के बाद रुख करतें है इंटरनेशनल पॉलिटिक्स का. जहां मालदीव भारत के लिए एक चिंता का सबब बन सकता है. दरअसल, मालदीव भारत के साथ हुए हाइड्रोग्राफिक सर्वे एग्रीमेंट खत्म कर ने वाला है. ये समझौता 2019 में मालदीव आईलैंड के पानी पर रिसर्च करने के लिए हुआ था. इस समझौते के तहत भारत को मालदीव आईलैंड के पानी, रीफ, लैगून, कोस्टलाइन, समुद्री धाराओं और टाइड्स पर स्टडी करने की अनुमति दी गई थी. एग्रीमेंट 7 जून 2024 को एक्सपायर हो जाएगा. दोनों देशों के बीच इसे रिन्यू करने की बातचीत चल रही थी. लेकिन मालदीव ने अब इससे अपने हाथ पीछे खींच लिए. इससे पहले मालदीव ने अपने देश में मौजूद 75 भारतीय सैनिकों की वापसी की मांग भी उठाई थी. भारत ने मालदीव को डोर्नियर विमान और 2 एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर दिए थे, जिसकी देखरेख के लिए भारतीय सैनिकों वहां मौजूद हैं. कुछ दिन पहले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु और पीएम मोदी की COP28 में मुलाकात हुई थी. इसके बाद मुइज्जु की तरफ से बयान आया था कि भारत अपने सैनिकों को वापिस बुलाने के लिए सहमत है. सवाल है कि मालदीव के साथ एक के बाद एक रिश्तों तार टूटना, दोनों देशों को किस तरह प्रभावित करेगा, सुनिए 'दिन भर' में.
तीन दिन पहले दुबई में चल रही COP 28 की बैठक का समापन हुआ. इस बैठक में यूं तो कई मुद्दे उठाएं गए, लेकिन दुनिया भर में कोयले के बढ़ते इस्तेमाल का ज़िक्र सभी मुद्दों के बीच टॉप पर रहा.
सूरत-ए-हाल भी कुछ ऐसा है, कि इधर खत्म हुआ COP 28 और उधर आया कोयले की खपत पर इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी का आंकड़ा. ये आंकड़ा बता रहा है कि इस साल भारत में कोयले की डिमांड में 1.4 प्रतिशत की बढ़त है. और ये मांग लगभग 8 प्रतिशत और बढ़ेगी.
ये हाल सिर्फ भारत का ही नहीं बल्कि चीन का भी है. चीन में कोयले की डिमांड में 5 प्रतिशत का उछाल है.
रिपोर्ट ये भी कह रही है कि कोयले की डिमांड 2026 तक इसी तरह बढ़ती रहेगी. आंकड़ों को विस्तार से, सुनिए 'दिन भर' में.