तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ कथित मारपीट को लेकर बवाल जारी है. बीजेपी इस मुद्दे को लेकर तमिलनाडु से लेकर बिहार तक विरोध-प्रदर्शन दर्ज करा रही है. इसी बीच अब बीजेपी के तमिलनाडु चीफ अन्नामलाई के खिलाफ साइबर क्राइम यूनिट ने मामला दर्ज कर लिया है.
पुलिस ने अन्नामलाई के खिलाफ दो गुटों में दुश्मनी पैदा करने का मामला दर्ज किया है. दरअसल, अन्नामलाई ने अपने बयान में कहा था कि तमिलनाडु में उत्तर भारतीयों पर हमले की खबरें आ रही हैं.
उन्होंने आगे कहा कि ऐसी झूठी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. हालांकि, बीजेपी चीफ ने हिंदी के खिलाफ बन रहे माहौल को लेकर डीएमके को दोषी ठहराया. उन्होंने दावा किया कि डीएमके के प्रवासी मजदूरों का मजाक उड़ाने के कारण ही इस तरह की फर्जी खबरें इतनी तेजी से फैल जाती हैं.
अन्नामलाई ने कहा कि डीएमके अपनी उत्पत्ति के बाद से ही एक विशेष समुदाय के खिलाफ नफरत उगलती रही है और ऐसे ही सत्ता में आई है. कई बार मंत्रियों और सांसदों ने अपने भाषण में उत्तर भारत के लोगों का मजाक उड़ाया है.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि दयानिधि मारन ने कहा कि दयानिधि मारन ने उत्तर भारतीयों का अपमान किया था. उन्होंने अपमान करते हुए कहा था कि यह लोग सिरफ भवन निर्माण और घरेलू काम करना ही जानते हैं.
अन्नामलाई ने कहा कि मिनिस्टर पोनमुडी ने कहा था कि उत्तर भारतीय तमिलनाडु की गलियों में पानीपुरी बेचते हैं, उन्होंने आगे कहा था कि 'सीएम स्टालिन' मजदूरों के साथ इतना सब होने के बाद भी अब तक की निंदा नहीं की. उन्होंने राज्य में एक समुदाय के खिलाफ इस तरह की नफरत को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की.
स्टालिन ने फोन पर नीतीश कुमार से बात की और उन्हें आश्वासन दिया था कि बिहार के मजदूरों को किसी तरह का नुकसान नहीं होगा. सभी वर्कर हमारे अपने वर्कर हैं, जो तमिलनाडु के विकास में मदद करते हैं. स्टालिन ने आगे कहा कि उन्होंने सीएम नीतीश को भरोसा दिलाया कि बिहार के मजदूर प्रभावित नहीं होंगे.
स्टालिन ने यह बातें चेन्नई में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही थीं. उन्होंने कहा था कि भाजपा विरोधी दलों के बीच कोई भी मतभेद पैदा नहीं कर सकता. उन्होंने अफवाह फैलाकर कानून और व्यवस्था को बाधित करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात को दोहराया.