केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने विदेशी फंडिंग कानूनों का उल्लंघन करने वाले गैर-लाभकारी संगठनों पर शिकंजे के साथ ही गृह मंत्रालय (MHA) के अफसरों को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है. CBI ने गृह मंत्रालय के विदेशी योगदान (रेग्युलेशन) अधिनियम प्रभाग में तैनात 6 अफसरों समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक एजेंसी ने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, असम और मणिपुर में 40 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली. इस दौरान कई महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स, मोबाइल फोन के साथ ही 3.21 करोड़ रुपये की नकदी भी बरामद की गई.
सीबीआई ने कहा कि गृह मंत्रालय के इन अफसरों ने FCRA के तहत रजिस्ट्रेशन/रजिस्ट्रेशन के रिन्यूअल के साथ ही एफसीआरए से संबंधित अन्य कामों के जरिए गैर सरकारी संगठनों को लाभ पहुंचाया. इसके एवज में रिश्वत ली गई. CBI ने FCRA के 7 अफसरों समेत 36 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है. सीबीआई ने ये कार्रवाई गृह मंत्रालय की ओर से उपलब्ध कराए गए इनपुट के आधार पर की है.
सीबीआई ने कहा कि FCRA डिवीजन के कुछ अधिकारी बिचौलियों के साथ-साथ प्रमोटरों और विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ साजिश में शामिल थे. सीबीआई के मुताबित कुछ अधिकारी एफसीआरए डिवीजन में तैनात अफसरों के रूप में खुद को प्रतिरूपित कर रहे थे. साथ ही गैर-सरकारी संगठनों को रजिस्ट्रेशन, रिन्युअल या एफसीआरए से संबंधित अन्य कार्यों के लिए सुविधा प्रदान कर रहे थे, इसके एवज में इनसे रिश्वत ले रहे थे.
गिरफ्तार किए गए गृह मंत्रालय के अधिकारियों में प्रमोद कुमार भसीन (वरिष्ठ लेखाकार, जो पहले एफसीआरए डिवीजन में तैनात थे), आलोक रंजन (अधिकारी, पहले एफसीआरए डिवीजन में काम करते थे), राजकुमार (लेखाकार, एफसीआरए), मोहम्मद शहीद खान (सहायक निदेशक, एफसीआरए), मोहम्मद गजनफर अली (अधिकारी, जो पहले एफसीआरए डिवीजन में तैनात थे) और तुषार कांति रॉय (एफसीआरए के अधिकारी) शामिल हैं.
गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ ही सीबीआई ने पवन कुमार शर्मा, रामानंद पारीक (चेन्नई में स्थित हवाला ऑपरेटर), रॉबिन देवदास, रविशंकर अंबस्थ, मनोज कुमार बी ए, संतोष कुमार प्रसाद, अमिता चंद्रा और वागीश (चार्टर्ड अकाउंटेंट) को भी गिरफ्तार किया है.