केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) ने लालू यादव से जुड़े 17 ठिकानों पर छापेमारी की है. सीबीआई के अफसरों ने 14 घंटे तक अपनी कार्रवाई की. बताया जा रहा है कि लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित जगहों पर ये छापेमारी की गई.
वहीं सीबीआई टीम की इस कार्रवाई का आरजेडी कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया. विरोध का आलम यह रहा कि कार्यकर्ताओं से बचाने के लिए राबड़ी और तेजप्रताप को खुद सीबीआई अफसरों को गेट तक छोड़ने आना पड़ा.
दरअसल, ये मामला भर्ती घोटाले से जुड़ा है. आरोप है कि जॉब लगवाने के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे. सीबीआई ने इसी मामले में जांच के बाद लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा यादव, हेमा यादव और कुछ ऐसे उम्मीदवारों पर केस दर्ज किया है, जिन्हें प्लॉट या प्रॉपर्टी के बदले जॉब दी गई.
#WATCH Police presence outside the Patna residence of former Bihar CM Rabri Devi as CBI conducts raids at multiple locations of RJD Chief Lalu Yadav in a fresh case relating to alleged 'land for railway job scam'#Bihar pic.twitter.com/mwIdvdT9N3
— ANI (@ANI) May 20, 2022
किस मामले में हो रही छापेमारी ?
सीबीआई सूत्रों ने इंडिया टुडे से बताया कि लालू यादव जब केंद्रीय रेल मंत्री थे, तब जॉब के बदले लोगों से जमीन ली गई थी. इसी मामले में सीबीआई ने मामला दर्ज किया है. सीबीआई इसी मामले में लालू से जुड़े 17 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.
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2004 से 2009 के बीच रेलमंत्री थे. जब वे रेल मंत्री थे, जब ऐसे कई मामले सामने आए थे कि जॉब के बदले जमीन दी गई थी.
पटना में भी रेड
पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी देवी के आवास पर भी छापेमारी जारी है. आवास के अंदर सीबीआई के अफसर कार्रवाई कर रहे हैं. ये रेड सुबह से जारी है.
'लालू और नीतीश की दूरियां कम होते देख बीजेपी परेशान'
लालू यादव के ठिकानों पर RJD विधायक मुकेश रोशन ने कहा कि जिस तरीके से नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच में इफ्तार पार्टी के बाद दूरियां कम हुई है और दोनों साथ नजर आते हैं इससे बीजेपी परेशान है. रोशन ने कहा कि बीजेपी के इशारे पर ही सीबीआई की छापेमारी चल रही है. रोशन ने कहा कि बीजेपी लालू परिवार को परेशान और तंग करने के इरादे से रेड करवा रही है.
लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने कसा तंज
लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने सीबीआई की कार्रवाई को लेकर तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट किया, लालू के रेलवे कार्यकाल में बड़ी लापरवाही हुई, सावरकर के वंशज का आरोप लालू जी ने रेलवे को 90,000 करोड़ का मुनाफा कैसे दिया, जिस लालू ने लाखों युवाओं के लिए रेलवे में भर्ती कैसे निकाली, कुलियों को स्थायी क्यों किया ? उस लालू पर 15 साल बाद छापा मरवाया जा रहा है और आगे भी जारी रहेगा.
लालू को कुछ ही हफ्तों पहले मिली थी जमानत
सीबीआई की ये कार्रवाई ऐसे वक्त पर हुई, जब कुछ ही हफ्तों पहले लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले से जुड़े डोरंडा ट्रेजरी मामले में जमानत मिली थी. यह मामला डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपये की निकासी का था. 1990 से 1995 के बीच डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपये की निकासी की गई थी. करीब 27 साल बाद कोर्ट ने इसी साल फरवरी में इस घोटाले पर फैसला सुनाया था, जिसमें लालू यादव को दोषी पाया गया था. इस मामले में लालू यादव को पांच साल की सजा हुई है.
सीबीआई ने 1996 में अलग-अलग कोषागारों से गलत ढंग से अलग-अलग राशियों की निकासी को लेकर 53 मुकदमे दर्ज किए थे. ये रुपयों को संदिग्ध रूप से पशुओं और उनके चारे पर खर्च होना बताया गया था. 53 मामलों में से डोरंडा कोषागार का मामला सबसे बड़ा था. जिसमें सर्वाधिक 170 आरोपी शामिल हैं. इसमें से 55 आरोपियों की मौत हो चुकी है.