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किसके हाथ में सीबीआई की कमान? ये 3 नाम हुए शॉर्टलिस्ट, जानें कौन अभी क्या है

केंद्रीय जांच एजेंसी को जल्द ही नया बॉस मिलने वाला है. अभी इस लिस्ट में तीन नामों को शॉर्टलिस्ट किया गया है, जिनमें से किसी एक के हाथ में सीबीआई की कमान हो सकती है.

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किसके हाथ में सीबीआई की कमान? (File Photo)
किसके हाथ में सीबीआई की कमान? (File Photo)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सीबीआई के नए बॉस को लेकर मंथन जारी
  • अभी तीन नामों को शॉर्टलिस्ट किया गया है

देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के नए बॉस को तलाशने की प्रक्रिया जारी है. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी. रमना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी के बीच हुई एक बैठक में नए सीबीआई चीफ के नाम पर मंथन किया गया. जानकारी के मुताबिक, लंबी प्रक्रिया के बाद अभी तक तीन नामों पर सहमति बन गई है, जिनमें से कोई अगला सीबीआई चीफ बन सकता है.

कौन तीन हैं सीबीआई चीफ की रेस में?
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई चीफ की नियुक्ति के लिए करीब 100 नामों पर मंथन किया गया. जिसमें 1984 से 1987 बैच के अफसर शामिल थे. लेकिन करीब डेढ़ घंटे की बैठक के बाद शीर्ष कमेटी ने सुबोध जायसवाल, केआर. चंद्रा और वीएसके. कौमुदी के नाम पर मुहर लगाई है. यानी इन तीन में से ही कोई अगला सीबीआई चीफ बन सकता है. 

सुबोध जायसवाल: 1985 बैच के आईपीएस अफसर सुबोध जायसवाल अभी CISF डीजी के पद पर तैनात हैं. पूर्व में सुबोध जायसवाल महाराष्ट्र के डीजीपी, मुंबई के कमिश्नर भी रह चुके हैं. इसके अलावा उन्होंने आईबी और रॉ में भी अपनी सेवाएं दी हैं. जिन तीन लोगों को शॉर्ट लिस्ट किया गया है, उनमें सुबोध जायसवाल ही सबसे सीनियर हैं. महाराष्ट्र एटीएस में रहते हुए उन्होंने कई एंटी टेररिस्ट अभियान की अगुवाई की है.

के. आर. चंद्रा: बिहार कैडर के 1985 बैच के कुमार राजेश चंद्रा भी सीबीआई के नए चीफ बनने की रेस में हैं. मौजूदा वक्त में वो सशस्त्र सीमा बल के डीजी पद पर तैनात हैं. इससे पहले सिविल एविएशन सिक्युरिटी के ब्यूरो में कार्यरत रहे हैं. अपने करियर में वह गृह राज्य बिहार में भी सेवाएं दे चुके हैं, वह 31 दिसंबर 2021 को रिटायर भी हो रहे हैं.

वी. कौमुदी: केंद्रीय गृह मंत्रालय में स्पेशल सेक्रेटरी पद पर तैनात आंध्र प्रदेश कैडर के 1986 बैच के ऑफिसर वी. कौमुदी भी सीबीआई चीफ बनने की रेस में हैं. इससे पहले वह BPR&D के चीफ रह चुके हैं, जिनकी अगुवाई में फेक न्यूज़ को लेकर एक बड़ा खाका तैयार किया गया था. जिसमें देशभर की पुलिस फोर्स को बताया गया था कि फेक न्यूज़ के जंजाल पर किस तरह एक्शन लिया जाए.

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वी. कौमुदी ने आंध्र प्रदेश में भी कई पद पर काम किया है. वीएसके. कौमुदी ने लालू यादव के चारा घोटाले, सत्यम कंप्यूटर्स स्कैम के पर्दाफाश में अहम भूमिका निभाई. उन्हें कई अवॉर्ड से नवाज़ा गया है, जबकि नवंबर 2022 में उनका रिटायरमेंट है. 

आपको बता दें कि मौजूदा वक्त में सीबीआई के पास कोई डायरेक्टर नहीं है. आर.के. सिन्हा का कार्यकाल फरवरी में खत्म हो गया था, जिसके बाद प्रवीण सिन्हा को अंतरिम डायरेक्टर नियुक्त किया गया था. एक सीबीआई चीफ का कार्यकाल दो साल तक रहता है. 

 

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