कोरोना संकट और चीन के साथ सीमा पर फिर से बने तनावपूर्ण माहौल के बीच सीडीएस बिपिन रावत ने भारत-अमेरिका पार्टनरशिप समिट पर आयोजित वेबिनार में कहा कि पाकिस्तान उत्तरी सीमाओं पर किसी भी खतरे का फायदा उठा सकता है और हमारे लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है, लेकिन पाकिस्तान को इसके लिए खासा नुकसान उठाना पड़ेगा.
चीन के साथ हालिया सीमा विवाद की वजह से मौके का फायदा उठाने की फिराक में लगे पाकिस्तान को लेकर बिपिन रावत ने नसीहत देते हुए कहा कि भारत और चीन के बीच बने गतिरोध को एक अवसर के रूप में देखने की गलतफहमी किसी को नहीं पालनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमारी पश्चिमी सीमा पर आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने की कोशिश की, जिसे हम प्रभावी ढंग से बेअसर कर रहे हैं. पाकिस्तान उत्तरी सीमाओं पर विकसित होने वाले किसी भी खतरे का फायदा उठा सकता है और हमारे लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है. पाकिस्तान जम्मू और कश्मीर में परेशानी पैदा करने के लिए आतंकवादियों को अपनी धरती से प्रोक्सी वॉर प्रायोजित करता रहा है.
सीडीएस बिपिन रावत ने कहा कि भारत के खिलाफ किसी भी दुस्साहस का प्रयास करने पर पाकिस्तान को भारी नुकसान होगा. हमने इससे निपटने के लिए पर्याप्त सावधानी बरती है.
अमेरिका के साथ रक्षा साझेदारी बढ़ रहीः रावत
वेबिनार के जरिए भारत-अमेरिका पार्टनरशिप समिट में बिपिन रावत ने कहा कि आज के समय में हमें किसी भी कार्य का जवाब देने के लिए खुद को सीमित नहीं करना चाहिए, बल्कि आकार देने के लिए कार्य करना चाहिए. हमारे पड़ोस में बहुत सी चीजें हो रही हैं और हम उस पर नजर रखे हुए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी मजबूत और बढ़ती जा रही है.
बिपिन रावत ने कहा कि दुनिया इस समय कई खतरों का सामना कर रही है. और एक सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते, हमें नेतृत्व करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि मेरे देश में सीडीएस पहली तरह का अनुभव है और इसके माध्यम से हम निर्णय लेने की प्रक्रिया को कम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पश्चिमी सीमा और हिंद महासागर में हावी होने के लिए यह महत्वपूर्ण है.
देश के पहले सीडीएस ने यह भी कहा कि हमारी अग्रिम पंक्ति कोरोना महामारी से प्रभावित नहीं है. हालांकि पूरा देश इससे प्रभावित है जिसका असर हमारी अर्थव्यवस्था पर पड़ा है. इसलिए, यदि आवश्यक हो, तो हम कुछ प्रशासनिक लागत में कटौती कर सकते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारी खरीद और तैयारी इससे प्रभावित नहीं हो.
उन्होंने कहा कि हम हाथ उठाकर निवेश के लिए लोगों को आमंत्रित कर रहे हैं. निर्यातक के रूप में खुद को विकसित करने के लिए हम भारतीय कंपनियों के साथ सहयोग कर रहे हैं.