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अग्निवीरों के लिए गृह मंत्रालय ने की बड़ी घोषणा, BSF की रिक्तियों में मिलेगा 10 फीसदी आरक्षण

अग्निपथ योजना के अंतर्गत 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा ऐलान किया है. गृह मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक, सीमा सुरक्षा बल की रिक्तियों में पूर्व अग्निवीरों को 10% आरक्षण मिलेगा. इससे पहले केंद्र असम राइफल्स और सीएपीएफ में भी अग्निवीरों को आरक्षण देने की घोषणा कर चुका है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

केंद्र सरकार ने एक अहम कदम उठाते हुए सीमा सुरक्षा बल (BSF) की रिक्तियों में पूर्व अग्निवीरों को 10 फीसदी आरक्षण देने की घोषणा की है.  इसके साथ ही पूर्व अग्निवीरों के लिए ऊपरी आयु-सीमा मानदंडों में ढील भी दी गई है, जो इस बात पर निर्भर करेगा कि वे पहले बैच का हिस्सा हैं या बाद के बैचों का. गृह मंत्रालय ने सीमा सुरक्षा बल अधिनियम, 1968 की धारा 141 की उप-धारा (2) के खंड (बी) और (सी) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए गुरुवार को एक अधिसूचना जारी करते हुए यह घोषणा की. 

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उम्र में मिलेगी छूट
गृह मंत्रालय ने बीएसएफ के भीतर रिक्तियों में पूर्व-अग्निवीरों के लिए 10% आरक्षण की घोषणा की. गृह मंत्रालय ने 6 मार्च को एक अधिसूचना के जरिए इसकी घोषणा की है.  इस अधिसूचना के अनुसार, कॉस्टेबल के पद के लिए पूर्व अग्निवीरों के पहले बैच के उम्मीदवारों को आयु सीमा में पांच साल की छूट प्रदान की जाएगी जबकि पूर्व अग्निवीरों के बाद के सभी बैचों को उम्र में 3 साल की छूट मिलेगी.

विपक्ष कर रहा है योजना की आलोचना
एक अन्य नोट, जिसे सीमा सुरक्षा बल, जनरल ड्यूटी कैडर (अराजपत्रित) (संशोधन) भर्ती नियम, 2023 का हिस्सा बनाया गया था, इसमें पूर्व-अग्निवीरों को शारीरिक दक्षता परीक्षा देने से छूट का प्रावधान है.  इससे पहले केंद्र ने घोषणा की थी कि 5 साल की सेवा होने के बाद केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और असम राइफल्स में 10 फीसदी रिक्तियां अग्निवीरों के लिए आरक्षित होंगी. अग्निवीर योजना की विपक्ष लगातार आलोचना कर रहा है और सरकार से इसे वापस लेने की मांग कर रहा है. वहीं केंद्र सरकार का कहना है कि यह योजना अग्निवीरों के हित में है.

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क्या है अग्निवीर योजना
भारतीय सेना की तीनों शाखाओं में सैनिकों की भर्ती के लिए नई योजना लॉन्च की गई है जिसका नाम अग्निपथ है. इसके तहत सैनिकों की भर्ती 4 साल के लिए होगी और उन्हें अग्निवीर कहा जाता है. इस योजना के तहत हर साल करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जा रहा है. ये युवा साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के बीच के होंगे. इन चार वर्षों में सैनिकों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जा रही है और 30-40 हजार मासिक वेतन के साथ अन्य लाभ भी दिए जा रहे हैं. योजना के मुताबिक, अग्निवीर को पहले साल में 30 हजार, दूसरे साल में 33 हजार, तीसरे साल में 36500 और चौथे साल में 40 हजार मासिक वेतन दिया जाता है. चार साल पूरे होने के बाद इन सभी अग्निवीरों की सेवा समाप्त हो जाएगी और फिर नई भर्तियां की जाएंगी. सेवा समाप्त होने वाले 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी काडर में भर्ती किया जाएगा.

केंद्रीय बलों में भी आरक्षण

सरकार असम राइफल्स और केंद्रीय अर्ध-सैन्य बलों  में भी पूर्व अग्निवीरों को आरक्षण देने की घोषणा पहले ही कर चुकी है. गृह मंत्रालय ने तब कहा था कि CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को निर्धारित अधिकतम प्रवेश आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट दी जाएगी और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट 5 वर्ष होगी. इसके अलावा, पूर्व-अग्निवीरों को शारीरिक दक्षता परीक्षा से छूट दी जाएगी. केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में भर्ती के लिए निर्दिष्ट आयु सीमा 18-23 वर्ष है. कोई भी युवा जो 17-22 वर्ष की आयु के बीच अग्निवीर के रूप में काम कर रहा है तो वह 26 वर्ष की आयु होने तक सीएपीएफ में भर्ती किया जा सकता है.

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