केंद्र सरकार ने देश में मंकीपॉक्स के मामलों को लेकर बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने मंकीपॉक्स के मामलों पर नजर रखने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इस टीम का नेतृत्व नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल करेंगे. टीम के सदस्यों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, फार्मा और बायोटेक के सचिव शामिल होंगे. ये पूरी टीम देशभर में मंकीपॉक्स के केसों पर नजर रखेगी.
दरअसल, हाल ही में भारत में भी मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं. केरल, तमिलनाडु और दिल्ली में मरीजों के मिलने के बाद सरकार खासी अलर्ट देखी जा रही है. यही वजह है कि सरकार ने मंकीपॉक्स के मद्देनजर एयरपोर्ट और पोर्ट हेल्थ ऑफिसर्स के अलावा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के क्षेत्रीय निदेशकों को सभी इंटरनेशनल ट्रैवलर्स की कड़ी स्वास्थ्य जांच करने के निर्देश दिए हैं.
मंकीपॉक्स को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी
पहली बार मंकीपॉक्स बीमारी 1958 में सामने आई थी. तब रिसर्च के लिए रखे गए बंदरों में यह संक्रमण मिला था. इसलिए इसका नाम मंकीपॉक्स रखा गया है. दुनियाभर में तेजी से फैल रहे मंकीपॉक्स को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर दी है. WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा कि मंकीपॉक्स का प्रकोप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता करने वाला है.
केरल में मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज की मौत
इस बीच, केरल में शनिवार को एक 22 साल के लड़के की मौत हो गई. ये लड़का संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में मंकीपॉक्स संक्रमित पाया गया था. उसकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि उसकी मौत मंकीपॉक्स वायरस की वजह से ही हुई है. केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज का कहना है कि त्रिशूर के 22 साल के लड़के की मौत का कारण मंकीपॉक्स होने का अंदेशा था.
केरल में यूएई से लौटा युवक
युवक यूएई में मंकीपॉक्स के लिए पॉजिटिव पाया गया था. वह 21 जुलाई को भारत पहुंचा, जबकि यूएई छोड़ने से एक दिन पहले ही उसकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी. उसे अस्पताल मे 27 जुलाई को भर्ती कराया गया. उसे टेस्ट रिजल्ट कल ही जमा कराए गए हैं. वह यहां अपने परिवार के साथ रह रहा था. उसके नमूनों की फिर से जांच कराई जाएगी. ये जांच वायरोलॉजी संस्थान अल्लापुझा में होगी.
दिल्ली, तमिलनाडु में मंकीपॉक्स के केस मिले
बताते चलें कि देश में मंकीपॉक्स के केस मिलने से सरकार की टेंशन बढ़ गई है. अब तक केरल, तमिलनाडु और दिल्ली में मंकीपॉक्स संक्रमित मरीज मिले हैं.केरल में मंकीपॉक्स के तीन केस मिल चुके हैं. केरल में 14 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला केस सामने आया था. इसके चार दिन बाद 18 जुलाई को दूसरे मामले की पुष्टि हुई थी फिर 22 जुलाई को तीसरा मामला सामने आया. तीनों मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री रिकॉर्ड की थी. ये तीनों ही मरीज यूएई से लौटे थे और वहीं किसी संक्रमित के संपर्क में आए थे.