विशाखापत्तनम में एक दुखद घटना सामने आई है. यहां कोम्माडी में चैतन्य कॉलेज की टॉप मंजिल से कूदकर डिप्लोमा की एक छात्रा ने आत्महत्या कर ली. इससे पहले उसने अपने पिता को एक टेक्स्ट मैसेज भेजा था, जिसमें उसने कुछ छात्र और शिक्षकों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. छात्रा ने अपने संदेश में कहा कि कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों द्वारा उसका यौन उत्पीड़न किया गया है.
टेक्स्ट मैसेज में उसने अपने पिता से आत्महत्या का रास्ता अपनाने के लिए माफी मांगी. उसने मैसेज में कहा कि उसके पास जीने का और कोई रास्ता नहीं है, बल्कि कई और लड़कियां भी उसका उत्पीड़न कर रही हैं. अपने टेक्स्ट मैसेज में छात्रा ने कहा कि लेकिन उसने दुनिया को यह बताने का फैसला किया कि आखिर चैतन्य कॉलेज में क्या चल रहा है.
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छात्रा ने लगाया ब्लैकमेलिंग का आरोप
छात्रा ने अपने पिता को भेजे मैसेज में कहा कि उन लोगों (अज्ञात) ने ब्लैकमेल किया कि अगर पुलिस में शिकायत दी तो तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड कर देंगे. छात्रा ने आत्महत्या से पहले मैसेज में कहा, "अगर मैं अपनी जान दे दूं तो आपको (पिताजी) कुछ दिन दर्द होगा, बाद में आप भूल जाओगे, अगर नहीं तो मैं ऐसे ही रही, तो जब भी आप मुझे घर में देखोगे तो आपको दर्द होगा."
कॉलेज की छत से कूदकर दे दी जान
एसीपी पीएम पालम (ACP PM Palem) ने बताया कि वह कॉलेज की छत से कूद गई, जिससे उसकी मौत हो गई. बाद में पोस्टमॉर्टम के लिए केजीएच ले जाया गया. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि लड़की ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है, लेकिन यह नहीं बताया कि इसमें स्टूडेंट्स या कुछ अन्य लोगों की संलिप्तता थी या नहीं.
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पुलिस निकाल रही कॉल डिटेल
अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है. पुलिस पीड़िता के कॉल डेटा रिकॉर्ड्स (सीडीआर) निकाल रही है. शहर के महिला संगठनों ने घटना पर चिंता व्यक्त की और शीघ्र जांच की मांग की। उन्होंने मामले में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की.