कल कर्नाटक में शपथ ग्रहण होगा दोपहर साढ़े 12 बजे. सिद्धरमैया मुख्यमंत्री बन रहे हैं और डीके शिवकुमार इकलौते उपमुख्यमंत्री. इकलौते इसलिए क्योंकि इस पर बड़ा ज़ोर दिया कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने, सत्ता बंटवारे के नए फॉर्मूले का ऐलान करने वक़्त. शपथ समारोह में नीतीश कुमार, एमके स्टालिन, हेमन्त सोरेन से लेकर ममता बैनर्जी, उद्धव ठाकरे और कई बड़े नेताओँ को निमंत्रण दिया गया है हालांकि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को अब तक कोई बुलावा नहीं भेजा गया है.
कल दिल्ली में ये तय हो जाने के बाद की कौन क्या बनेगा, बेंगलुरु में रात को कांग्रेस विधायकों की बैठक हुई, सिद्धारमैया नेता चुन लिए गए. बधाईयां दी जाने लगी. लेकिन कांग्रेस के एक बड़े नेता और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम जी परमेश्वर ने इस पर ऐतराज़ जताया है, उनका कहना था कि सिद्धारमैया के सीएम और शिवकुमार को डिप्टी सीएम बनाने के ऐलान से दलित समुदाय आहत हुआ है. मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री तय हो जाने से क्या पार्टी की राज्य में सभी राजनीतिक चुनौतियां हल हो गईं, या अभी और कुछ समस्याएं मुंह बाये खड़ी हैं और आर्थिक-सामाजिक तौर पर इस सरकार के सामने क्या मुसीबतें होंगी? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें.
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पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में अस्थिरता बढ़ती जा रही है. राजनीतिक भी और आर्थिक तो ख़ैर है ही. क़सूरवार दोनों में अधिक कौन है इस असंतोष का, कहना बड़ा मुश्किल है. भयंकर महंगाई, ज़ीरो जीडीपी ग्रोथ के अलावा पाकिस्तानी फ़ौज के साथ इमरान खान के बढ़ते टकराव ने पाकिस्तानी आवाम के मुस्तकबिल; भविष्य को बेहद नाज़ुक मोड़ पर ला खड़ा किया है. पूर्व पीएम इमरान खान के लाहौर वाले मकान की आज तलाशी पुलिस लेगी. पीटीआई के कार्यकर्ताओं को जो हिंसा में शामिल रहे 9 मई को, उनकी लगातार गिरफ्तारी हो रही, कई इमरान के सिपहसलारों के पार्टी छोड़ने की भी ख़बरें हैं.
इमरान के घर से भाग रहे 8 लोगों को कल सिक्योरिटी फोर्सेज ने गिरफ्तार किया. पंजाब प्रांत की सरकार का कहना है कि खान के घर में 40 आतंकी छिपे हैं. लिहाज़ा, पाकिस्तानी रेंजर्स ने खान के घर को घेर रखा है. पाकिस्तान के बदलते घटनाक्रम, वहां उथलपुथल की जो भी स्थिति है, क्या भारत को उससे चिंतित होना चाहिए, भारत को क्या करना चहिए, वेट & वॉच की पॉलिसी अपनानी चाहिए या कुछ और? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें.
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क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल आप करते ही होंगे. देश में करते हैं तो चिंता की कोई बात नहीं लेकिन विदेश में अब इसका इस्तेमाल आपके लिए महंगा सौदा हो जाएगा. क्रेडिट कार्ड जब विदेश में 1 जुलाई के बाद आप यूज करेंगे तो इसपर 20 प्रतिशत टीसीएस, यानी टैक्स कलेक्टेड एट सोर्स भी चुकाना होगा, 30 जून तक ये दर 5 प्रतिशत ही रहेगी. नई व्यवस्था में कार्ड का इस्तेमाल लिब्रलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम यानी LRS के तहत आ गया है. केंद्र सरकार ने नया बदलाव फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट के ज़रिये किया है. क्या है सरकार के इस नए फैसले के मायने और इसको करने की नौबत क्यों आन पड़ी? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें.
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