गुजरात में बीते तीन हफ्ते से चांदीपुरा वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. प्रशासन की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, गुजरात में अब तक चांदीपुरा वायरस से 44 मरीजों की मौत हुई है.
गुजरात में अब तक चांदीपुरा वायरस के 124 केस दर्ज किए गए हैं. मौजूदा समय में चांदीपुरा वायरस से संक्रमित 54 मरीज अस्पताल में एडमिट हैं तो 26 मरीजों को छुट्टी दी गई है. शुरुआत में संक्रमित मरीजों की संख्या ग्रामीण क्षेत्रों में देखी गई. जिसके बाद अब अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट, सूरत जैसे महानगरों में भी मरीज मिल रहे हैं.
अब तक दर्ज किए गए चांदीपुरा वायरस के 124 मामलों में से साबरकांठा में 12, अरवल्ली में 6, महीसागर में 2, खेड़ा में 6, मेहसाणा में 7, राजकोट में 5, सुरेंद्रनगर में 4, अहमदाबाद कॉरपोरेशन में 12, गांधीनगर में 6, पंचमहाल में 15, जामनगर में 6, मोरबी में 5, गांधीनगर कॉर्पोरेशन में 3, छोटा उदेपुर में 2, दाहोद में 2, वडोदरा में 6, नर्मदा में 2, बनासकांठा में 5, वडोदरा कॉरपोरेशन में 2, भावनगर में 1, देवभूमि द्वारका में 1, राजकोट कॉरपोरेशन में 4, कच्छ में 3, सूरत कॉरपोरेशन में 2, भरूच में 3, अहमदाबाद में 1 और जामनगर कॉरपोरेशन में 1 मरीज सामने आया है.
वहीं, अब तक चांदीपुरा वायरस के 34 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है. इनमें साबरकांठा से 6 अरवल्ली से 3, महीसागर से 1, खेड़ा से 3, मेहसाणा से 4, राजकोट से 1, सुरेंद्रनगर से 1, अहमदाबाद कॉरपोरेशन से 3, गांधीनगर से 1, पंचमहाल से 6, जामनगर से 1, मोरबी से 1, दाहोद से 1, वडोदरा से 1, बनासकांठा से 1, देवभूमि द्वारका से 1, राजकोट कॉरपोरेशन से 1 और कच्छ से 1 मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया है.
चांदीपुरा वायरस के मरीजों में से जिन 44 की मौत हुई है, उनमें साबरकांठा में 2, अरवल्ली में 3, महीसागर में 2, खेड़ा में 2, मेहसाणा में 2, राजकोट में 3, सुरेंद्रनगर में 1, अहमदाबाद कॉर्पोरेशन में 4, गांधीनगर में 2, पंचमहल में 5, जामनगर में 2, मोरबी में 3, गांधीनगर कॉर्पोरेशन में 2, दाहोद में 2, वडोदरा में 1, नर्मदा में 1, बनासकांठा में 3, वडोदरा कॉर्पोरेशन में 1, देवभूमि द्वारका में 1, सूरत कॉर्पोरेशन में 1 और जामनगर में 1 मरीज की मौत हो चुकी है.
गुजरात के अलावा राजस्थान में भी चांदीपुरा वायरस के कुछ मामले सामने आए हैं. राजस्थान में अब तक 6 मामले सामने आ चुके हैं. एक की मौत हो गई है, जबकि पांच का इलाज जारी है. वहीं, मध्य प्रदेश में 2 और महाराष्ट्र में 1 मरीज मिला है.
क्या है चांदीपुरा वायरस?
साल 1966 में महाराष्ट्र में इससे जुड़ा पहला मामला साने आया था. नागपुर के चांदीपुर में इस वायरस की पहचान हुई थी, इसलिए इसका नाम चांदीपुरा वायरस पड़ गया. इसके बाद इस वायरस को साल 2004 से 2006 और 2019 में आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में रिपोर्ट किया गया. बता दें कि चांदीपुरा वायरस एक RNA वायरस है, जो सबसे ज्यादा मादा फ्लेबोटोमाइन मक्खी से फैलता है. इसके फैलने के पीछे मच्छर में पाए जाने वाले एडीज जिम्मेदार हैं.
क्या हैं चांदीपुरा वायरस के लक्षण?
चांदीपुरा वायरस होने से रोगी को बुखार की शिकायत होती है. इसमें फ्लू जैसे ही लक्षण होते हैं और तेज इंसेफेलाइटिस होती है. इंसेफेलाइटिस एक ऐसी बीमारी है, जिससे दिमाग में सूजन की स्थिति पैदा हो जाती है.