दिल्ली सरकार में जलमंत्री आतिशी की शनिवार को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी रही. वह दक्षिण दिल्ली के भोगल में हड़ताल पर बैठी हैं, जहां शनिवार को अफरा-तफरी मच गई. प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नारे लगाए. जिसके बाद आप कार्यकर्ताओं ने उन्हें बाहर निकाला. आतिशी शुक्रवार को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गईं थीं. उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा यमुना में दिल्ली के उचित हिस्से का पानी नहीं दे रहा है.
अपने 'जल सत्याग्रह' स्थल से एक वीडियो संदेश जारी करते हुए आतिशी ने कहा कि जब तक हरियाणा शहर के लोगों के लिए अधिक पानी नहीं छोड़ता, तब तक वह कुछ भी नहीं खाएंगी. आतिशी ने कहा कि शुक्रवार को हरियाणा द्वारा 110 मिलियन गैलन प्रतिदिन (एमजीडी) कम पानी छोड़ा गया. उन्होंने कहा, "एक एमजीडी पानी से 28,000 लोगों को पानी मिलता है. 100 एमजीडी पानी की कमी का मतलब है कि दिल्ली में 28 लाख लोगों को पानी नहीं मिल रहा है."
विरोध स्थल से सामने आए एक और वीडियो में लोग काफी गुस्से में दिखाई दिए. इस दौरान लोगों से अराजकता फैलाने की अपील की जा रही थी.
उधर, भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने आतिशी के अनशन को ''दिखावा'' करार दिया और आरोप लगाया कि यह उनकी ''निष्क्रियता'' को छिपाने के लिए एक ''राजनीतिक नाटक'' है. स्वराज ने आरोप लगाया, "आतिशी एक असफल जल मंत्री हैं. इस साल फरवरी से ही यह स्पष्ट था कि दिल्ली को लंबी गर्मी झेलनी पड़ेगी, लेकिन उन्होंने इसके लिए कोई तैयारी नहीं की."
आतिशी पर हमला करते हुए, भाजपा की दिल्ली इकाई ने शनिवार को एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें विरोध स्थल पर कोई AAP नेता नहीं दिख रहा है. भाजपा की दिल्ली इकाई ने ट्वीट किया, "यह कैसा अनिश्चितकालीन सत्याग्रह है, जहां आतिशी दोपहर के भोजन के समय और रात में एसी कमरे में खाना खाने और आराम करने जाती हैं. एक बड़ा घोटाला चल रहा है."
इस पर आप नेता संजय सिंह ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया, ''भाजपा के जालसाजों को पता होना चाहिए कि जो भी व्यक्ति अनशन पर बैठता है, उसका मेडिकल चेकअप डॉक्टर करते हैं. मेडिकल रिपोर्ट तैयार की जाती है. अपने केंद्रीय मंत्री को भेजो, नायब सिंह सैनी को भेजो-'' यदि आप गलत हैं, तो दिल्ली को उसके हिस्से का पानी दें.”