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चार धाम यात्राः रोजाना कितने श्रद्धालु कर सकेंगे केदारनाथ-बद्रीनाथ के दर्शन? सरकार ने तय की लिमिट

Chardham Yatra: उत्तराखंड सरकार ने चार धाम की यात्रा से पहले कुछ पाबंदियां लगा दी हैं. इसके तहत यात्रा के रूट पर गाड़ियों की आवाजाही रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक बंद रहेगी. साथ ही रोजाना तीर्थयात्रियों की लिमिट भी फिक्स कर दी गई है.

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चार धाम यात्रा से पहले सरकार ने कुछ पाबंदियां लगाई हैं (सांकेतिक तस्वीर)
चार धाम यात्रा से पहले सरकार ने कुछ पाबंदियां लगाई हैं (सांकेतिक तस्वीर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • केदारनाथ के कपाट 6 मई को खुलेंगे
  • बद्रीनाथ के कपाट 8 मई को खुलेंगे

Chardham Yatra: उत्तराखंड सरकार ने 3 मई से शुरू होने वाली चार धाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या तय कर दी है. सरकारी आदेश में कहा गया है कि रोजाना 15 हजार श्रद्धालु बद्रीनाथ के दर्शन कर सकेंगे. जबकि केदारनाथ में 12 हजार, गंगोत्री में 7 हजार और यमुनोत्री में 4 हजार श्रद्धालुओं को ही प्रतिदिन दर्शन करने की अनुमति होगी. बता दें कि यह समय सीमा पहले 45 दिन के लिए लागू की गई है. 

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दरअसल प्रदेश सरकार ने ये पाबंदियां कोविड संक्रमण के केसों में इजाफा होने की वजह से लगाई हैं. इसके साथ ही इस साल रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है. आदेश में कहा गया है कि यह निर्णय राज्य की जियोग्राफिकल कैपेसिटी, होटलों की संख्या और चारधाम रूट पर पार्किंग की सुविधा को देखते हुए लिया गया है.

एजेंसी के मुताबिक चार धाम यात्रा से पहले पाबंदियां लगाते हुए सरकार की ओर से कहा गया है कि चार धाम यात्रा के रूट पर गाड़ियों की आवाजाही रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक बंद रहेगी.

बता दें कि चार धाम की यात्रा 3 मई को उत्तरकाशी में गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ शुरू होगी. वहीं, केदारनाथ के कपाट 6 मई को और बद्रीनाथ के कपाट 8 मई को खुलेंगे.

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श्रद्धालुओं की संख्या में पाबंदी लगाए जाने के बाद स्थानीय ट्रांसपोर्टर और होटल व्यवसायी इस बात से आशंकित हैं कि कहीं उनकी बुकिंग रद्द न हो जाएं. चार धाम यात्रा संयुक्त बस रोटेशन सिस्टम के अध्यक्ष सुधीर रॉय ने कहा कि अचानक पाबंदियां लगाने से वाहन, होटल और धर्मशालाओं की अग्रिम बुकिंग करने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.


 

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