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कर्नाटक: धार्मिक जुलूस के दौरान कई इलाकों में गिरे रथ, दर्जनों घायल, प्रशासन पर इलाज नहीं कराने के लगे आरोप

कर्नाटक के एनेकल में वार्षिक हुश्कुर मड्डुरम्मा देवी यात्रा महोत्सव के दौरान एक 100 फुट ऊंचा रथ गिरने से दो लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए। घटना मंदिर के पास हुई, जहां श्रद्धालु जुलूस को देखने आए थे। प्रशासन की ओर से घायलों की मदद के लिए कोई पहल नहीं की गई। मामले की जांच चल रही है।

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धार्मिक जुलूस में गिरा रथ
धार्मिक जुलूस में गिरा रथ

कर्नाटक के एनेकल में वार्षिक हुश्कुर मड्डुरम्मा देवी यात्रा महोत्सव के दौरान 100 फुट ऊंचा रथ अचानक गिर गया. इस हादसे में दो लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए. यह घटना मंदिर के पास हुई, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ भरी हुई थी जो इस भव्य जुलूस को देखने के लिए जमा हुए थे.

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पुलिस के मुताबिक, महोत्सव के दौरान दो रथ गिरे. रायासंद्रा गांव का रथ मंदिर के पास भीड़ पर गिरा, जिसमें कई लोग फंस गए. इस हादसे में तमिलनाडु के 26 वर्षीय ऑटो चालक रोहित और बेंगलुरु की पुष्प बेचने वाली 14 वर्षीय ज्योति की मौत हो गई. लक्कासंद्रा के राकेश और एक अन्य महिला गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.

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चिक्कनग्रामंगल में भी गिरा रथ

एक अन्य घटना में, डोड्डानगरमंगल गांव का रथ चिक्कनग्रामंगल के पास गिर गया, जब उसे मेले में लाया जा रहा था. सौभाग्य से वहां कोई हताहत नहीं हुआ. चश्मदीदों और स्थानीय लोगों ने बताया कि यह घटना अचानक तेज हवा चलने की वजह से हुई, जिसके बाद भारी बारिश हो गई. लोगों ने बताया कि कि रायासंद्रा का रथ 2024 में भी गिरा था, लेकिन तब कोई जनहानि नहीं हुई थी.

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प्रशासन ने घायलों का नहीं कराया इलाज

इस घटना के बाद आरोप लगाया जा रहा है कि यूं तो कई घायल सड़क किनारे के विक्रेता और दिहाड़ी मजदूर हैं, लेकिन प्रशासन ने उन्हें कोई वित्तीय सहायता नहीं दी और न ही अस्पताल के बिल का भुगतान किया. गंभीर रूप से घायल कुछ मरीज इलाज के खर्चों से जूझ रहे हैं.

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इस त्रासदी की गंभीरता के बावजूद, अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे और न ही शोक में डूबे परिवारों की कोई मदद की. हेब्बगोड़ी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच चल रही है. खराब मौसम की वजह से हुई घटना के बाद एहतियाती तौर पर बाकी रथों को नष्ट कर दिया गया.

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