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पूर्वी लद्दाख में LAC पर पहले जैसी स्थिति, फिंगर 8 तक वापस लौटेगा चीन

देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में जानकारी दी है कि दोनों देश पैंगोंग झील पर तैनात अपने-अपने सैनिकों को पीछे करने के लिए सहमत हो गए हैं. चीन फिंगर 4 से अपने सैनिक हटाकर फिंगर 8 पर वापस ले जाने के लिए तैयार हो गया है.

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पूर्वी लद्दाख का डिकोडिंग मैप
पूर्वी लद्दाख का डिकोडिंग मैप
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दोनों देश पहले जैसी स्थिति के लिए हुए राजी
  • चीन फिंगर 8 के पीछे रहेगा, भारत फिंगर 3 तक रहेगा
  • फिंगर 3 और फिंगर 8 के बीच का क्षेत्र 'नो पेट्रोलिंग'

भारत और चीन के बीच पिछले दस महीने से चल रही तनाव की स्थिति में सुधार नजर आ रहा है. दोनों देश पूर्वी लद्दाख में अपनी-अपनी सेनाओं को पीछे हटाने के लिए सहमत हो गए हैं. पूर्वी लद्दाख में दोनों देश अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति को बहाल करने के लिए सहमत हो गए हैं.

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में जानकारी दी, 'दोनों देश पैंगोंग झील पर तैनात अपने-अपने सैनिकों को पीछे करने के लिए सहमत हो गए हैं. चीन फिंगर 4 से अपने सैनिक हटाकर फिंगर 8 पर वापस ले जाने के लिए तैयार हो गया है. जबकि भारतीय सैनिक अब फिंगर 3 एरिया से पीछे तैनात रहेंगे. दोनों ही देश इस बात पर राजी हो गए हैं कि फिंगर 3 से फिंगर 8 तक का क्षेत्र अब 'नो पेट्रोलिंग जोन' की तरह रहेगा. यानी फिंगर 3 और फिंगर 8 के बीच दोनों देशों में से किसी भी देश की सेना पेट्रोलिंग करने के लिए नहीं निकलेंगी.'

बता दें कि पूर्वी लद्दाख पर स्थित विवादित क्षेत्र 8 फिंगर यूनिट में विभाजित है. भारत अपनी सीमाओं को 8 फिंगर तक मानता है. लेकिन अब भारत अपनी सेना को फिंगर 3 यानी जहां धन सिंह थापा पोस्ट है वहां तक ही सीमित रखेगा और झील के दक्षिणी तट से अपनी सेनाओं को वापस बुला लेगा. जबकि चीन अपनी सेनाओं को फिंगर 8 से पीछे ले जाएगा. 

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राज्यसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ''उत्तरी और दक्षिणी तट पर जो भी निर्माण दोनों देशों द्वारा अप्रैल, 2020 के बाद किए गए हैं. वे सब अब हटा लिए जाएंगे.'' राजनाथ सिंह ने आगे कहा, 'मैं सदन को आश्वस्त करता हूं कि इस बातचीत में हमने कुछ भी खोया नहीं है.'

बता दें कि भारत के अनुसार LAC (लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल) फिंगर 8 तक है, फिंगर 4 तक भारत का कंट्रोल भी रहा है. दूसरी तरफ चीन मानता है कि LAC फिंगर 2 तक है. हालांकि उसका नियंत्रण फिंगर 8 तक ही था. भारत की स्थायी पोस्ट फिंगर 3 पर स्थित है. जबकि चीन के सैनिकों की स्थायी तैनाती फिंगर 8 पर रही है. इससे पहले भारत फिंगर 8 तक पेट्रोल करता रहा है. लेकिन अब फिंगर 3 और फिंगर 8 तक कोई भी देश पेट्रोलिंग नहीं कर सकेगा.

पिछले साल फिंगर 4 पर स्थायी निर्माण करने की चीन ने कोशिश की थी. लेकिन भारत ने इसका विरोध किया. इसी के चलते पिछले साल के मई महीने में दोनों देशों के बीच फिंगर 5 पर झड़प भी हो गई. दस महीने तक चला ये तनाव अब कम होता नजर आ रहा है. दोनों देश अप्रैल महीने से पहले की स्थिति में लौटने के लिए सहमत हो गए हैं.

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