scorecardresearch
 

ऐप्स पर स्थायी बैन पर बोला चीन- भेदभावपूर्ण तरीकों को तत्काल ठीक करे भारत

पिछले साल भारत 3 चरणों में 224 चीनी ऐप्स पर पाबंदी लगा चुका है. पहले चरण में जून के अंतिम हफ्ते में भारत सरकार की ओर से टिकटॉक, लाइकी, शेयर इट जैसे 59 ऐप्स पर प्रतिबंध लगाए गए थे. जिसमें अब 59 ऐप्स पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगाए जाने की खबर है. चीन ने इस फैसले पर आपत्ति जताई है.

Advertisement
X
भारत में 59 चीनी ऐप्स पर स्थायी प्रतिबंध लगाए जाने की खबर (सांकेतिक)
भारत में 59 चीनी ऐप्स पर स्थायी प्रतिबंध लगाए जाने की खबर (सांकेतिक)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • द्विपक्षीय सहयोग को और नुकसान पहुंचाने से बचने का अनुरोध-चीन
  • मीडिया में कहा जा रहा है कि भारत ने 59 ऐप्स पर स्थायी बैन लगाया
  • पिछले साल सुरक्षा की वजह से भारत में 224 चीनी ऐप्स पर लगे बैन

चीनी ऐप्स पर प्रतिबंधों को लेकर चीन ने भारत से अनुरोध किया है कि हम भारतीय पक्ष से इसके भेदभावपूर्ण तरीकों को तत्काल ठीक करने तथा द्विपक्षीय सहयोग को और नुकसान पहुंचाने से बचने का अनुरोध करते हैं. भारत ने पिछले साल सितंबर तक तीन चरणों में 224 चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया था, जिसमें अब 59 ऐप्स पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगाए जाने की खबर है.  

Advertisement

59 चीनी मोबाइल ऐप्स के भारत में लगे प्रतिबंध को जारी रखने की कुछ भारतीय मीडिया में आई खबरों पर भारत में चीनी दूतावास की प्रवक्ता जी रोंग ने कहा कि पिछले साल भारतीय पक्ष ने राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर कुछ चीनी मोबाइल ऐप्स को प्रतिबंधित कर दिया. उसका यह कदम विश्व व्यापार संगठन ( WTO) के गैर-भेदभावपूर्ण सिद्धांतों और बाजार अर्थव्यवस्था के निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सिद्धांतों का उल्लंघन है जो चीनी कंपनियों के वैध अधिकारों और उसके हितों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाते हैं. चीनी पक्ष दृढ़ता से इसका विरोध करता है.

चीनी सरकार हमेशा चीनी कंपनियों से विदेशी व्यापार करते समय अंतरराष्ट्रीय नियमों और स्थानीय कानूनों तथा विनियमों का पालन करने के लिए कहती है. डब्ल्यूटीओ के नियमों और बाजार सिद्धांतों का पालन करने तथा चीनी कंपनियों समेत अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के वैध अधिकारों और उसके हितों की रक्षा करने की जिम्मेदारी भारत सरकार की है.

Advertisement

कुछ भारतीय मीडिया में दावा 
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के इन कदमों ने भारतीय कारोबारी माहौल में सुधार और संबंधित भारतीय उद्योगों के अभिनव विकास में भी बाधा उत्पन्न की है. चीन-भारत आर्थिक और व्यापार सहयोग पारस्परिक रूप से लाभकारी है. हम भारतीय पक्ष से इसके भेदभावपूर्ण तरीकों को तुरंत ठीक करने तथा द्विपक्षीय सहयोग को और नुकसान पहुंचाने से बचने का अनुरोध करते हैं.

देखें: आजतक LIVE TV

इससे पहले कुछ मीडिया में यह दावा किया गया कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने भारत में टिकटॉक समेत 58 अन्य चीनी ऐप्स पर स्थायी प्रतिबंध को लेकर नए सिरे से नोटिस जारी किया है. दावा किया गया कि सरकार इन कंपनियों द्वारा दी गई प्रतिक्रिया या स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं है. इसलिए 59 चीनी ऐप्स पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं.

पिछले साल भारत 3 चरणों में 224 चीनी ऐप्स पर पाबंदी लगा चुका है. पहले चरण में जून के अंतिम हफ्ते में भारत सरकार की ओर से टिकटॉक, लाइकी, शेयर इट जैसे 59 ऐप्स पर प्रतिबंध लगाए गए थे. तब सरकार ने सुरक्षा कारणों का हवाला दिया था. इसके बाद केंद्र ने दूसरे चरण के तहत जुलाई के आखिर में 47 चीनी ऐप्स पर रोक लगा दी. तीसरे चरण में सितंबर में 118 चीनी ऐप्स पर पाबंदी लगाई गई, जिससे कुल 224 चीनी ऐप्स पर रोक लगाई जा चुकी है.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement