चीनी ऐप्स पर प्रतिबंधों को लेकर चीन ने भारत से अनुरोध किया है कि हम भारतीय पक्ष से इसके भेदभावपूर्ण तरीकों को तत्काल ठीक करने तथा द्विपक्षीय सहयोग को और नुकसान पहुंचाने से बचने का अनुरोध करते हैं. भारत ने पिछले साल सितंबर तक तीन चरणों में 224 चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया था, जिसमें अब 59 ऐप्स पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगाए जाने की खबर है.
59 चीनी मोबाइल ऐप्स के भारत में लगे प्रतिबंध को जारी रखने की कुछ भारतीय मीडिया में आई खबरों पर भारत में चीनी दूतावास की प्रवक्ता जी रोंग ने कहा कि पिछले साल भारतीय पक्ष ने राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर कुछ चीनी मोबाइल ऐप्स को प्रतिबंधित कर दिया. उसका यह कदम विश्व व्यापार संगठन ( WTO) के गैर-भेदभावपूर्ण सिद्धांतों और बाजार अर्थव्यवस्था के निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सिद्धांतों का उल्लंघन है जो चीनी कंपनियों के वैध अधिकारों और उसके हितों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाते हैं. चीनी पक्ष दृढ़ता से इसका विरोध करता है.
चीनी सरकार हमेशा चीनी कंपनियों से विदेशी व्यापार करते समय अंतरराष्ट्रीय नियमों और स्थानीय कानूनों तथा विनियमों का पालन करने के लिए कहती है. डब्ल्यूटीओ के नियमों और बाजार सिद्धांतों का पालन करने तथा चीनी कंपनियों समेत अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के वैध अधिकारों और उसके हितों की रक्षा करने की जिम्मेदारी भारत सरकार की है.
कुछ भारतीय मीडिया में दावा
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के इन कदमों ने भारतीय कारोबारी माहौल में सुधार और संबंधित भारतीय उद्योगों के अभिनव विकास में भी बाधा उत्पन्न की है. चीन-भारत आर्थिक और व्यापार सहयोग पारस्परिक रूप से लाभकारी है. हम भारतीय पक्ष से इसके भेदभावपूर्ण तरीकों को तुरंत ठीक करने तथा द्विपक्षीय सहयोग को और नुकसान पहुंचाने से बचने का अनुरोध करते हैं.
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इससे पहले कुछ मीडिया में यह दावा किया गया कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने भारत में टिकटॉक समेत 58 अन्य चीनी ऐप्स पर स्थायी प्रतिबंध को लेकर नए सिरे से नोटिस जारी किया है. दावा किया गया कि सरकार इन कंपनियों द्वारा दी गई प्रतिक्रिया या स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं है. इसलिए 59 चीनी ऐप्स पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं.
पिछले साल भारत 3 चरणों में 224 चीनी ऐप्स पर पाबंदी लगा चुका है. पहले चरण में जून के अंतिम हफ्ते में भारत सरकार की ओर से टिकटॉक, लाइकी, शेयर इट जैसे 59 ऐप्स पर प्रतिबंध लगाए गए थे. तब सरकार ने सुरक्षा कारणों का हवाला दिया था. इसके बाद केंद्र ने दूसरे चरण के तहत जुलाई के आखिर में 47 चीनी ऐप्स पर रोक लगा दी. तीसरे चरण में सितंबर में 118 चीनी ऐप्स पर पाबंदी लगाई गई, जिससे कुल 224 चीनी ऐप्स पर रोक लगाई जा चुकी है.