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बाज नहीं आ रहा चीन, सिक्किम-पूर्वी लद्दाख बॉर्डर पर सेना के लिए कर रहा स्थायी निर्माण

लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चीन अब सिक्किम (Sikkim), पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) के पास सैनिकों के लिए स्थायी बुनियादी ढांचे (permanent troops infrastructure) का निर्माण कर रहा है

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LAC पर चीन की ओर से स्थायी निर्माण किया जा रहा है (फाइल फोटो)
LAC पर चीन की ओर से स्थायी निर्माण किया जा रहा है (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सीमाई क्षेत्रों में चीन कर रहा है स्थायी निर्माण
  • बॉर्डर से पीछे हटने के मूड में नहीं चीनी सेना

पिछले एक साल से अधिक समय से लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर डटा चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. चीन अब सिक्किम (Sikkim), पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) के पास सैनिकों के लिए स्थायी बुनियादी ढांचे (permanent troops infrastructure) का निर्माण कर रहा है

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इससे साफ हो गया है कि चीन LAC पर भारतीय क्षेत्रों के पास लंबे समय तक रहने की तैयारी कर रहा है. चीन ने अपने सैनिकों के लिए स्थायी कंक्रीट ढांचे का निर्माण शुरू कर दिया है. भारतीय एजेंसियों ने सीमावर्ती क्षेत्रों के पास स्थायी कंक्रीट की इमारतों के साथ नए सैन्य शिविर देखे हैं. इससे साफ है कि चीन पीछे हटने के मूड में नहीं है.

शीर्ष सरकारी सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि ऐसा ही एक शिविर उत्तरी सिक्किम के नकुल इलाके से बमुश्किल कुछ किलोमीटर की दूरी पर देखा गया है. सूत्रों ने कहा कि इसी तरह की इमारतें पूर्वी लद्दाख के साथ-साथ अरुणाचल प्रदेश में भारतीय क्षेत्रों के बहुत करीब के क्षेत्रों में बनाई गई हैं.

चीन ने बॉर्डर किनारे की सड़कों को भी किया हाईटेक

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सेना के लिए कंक्रीट की इमारतों के साथ चीन ने सड़क के बुनियादी ढांचे को पिछले कुछ सालों के अंदर हाईटेक किया है. सूत्रों ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में इन स्थायी संरचनाओं के बनने से किसी भी स्थिति पर जवाब देने की चीनी क्षमता में अब काफी सुधार हुआ है. इससे साफ है कि एलएसी पर चीन अपनी ताकत बढ़ा रहा है.

चीनी सैनिकों को फॉरवर्ड इलाकों में अत्यधिक सर्दी के साथ कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इस तरह के ठोस ढांचे के निर्माण से चीनी अपने सैनिकों को भारतीय क्षेत्र के करीब तैनात कर सकेंगे और जब भी आवश्यकता हो, तेजी से आगे कर देंगे. नई संरचनाएं हर संभव आधुनिक सुविधाओं के साथ बनाई जा रही हैं.

चीनी की इन गतिविधियों पर भारतीय एजेंसियां ​​नजर रख रही हैं और इन घटनाक्रमों के अनुरूप आकलन किया जा रहा है. भारत और चीन के बीच एलएसी पर पिछले साल अप्रैल से सैन्य गतिरोध जारी है. दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच कई बार झड़प भी हो चुकी है. दोनों पक्षों के बीच कई राउंड की वार्ता भी हुई, लेकिन अभी भी गतिरोध जारी है.

 

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