लद्दाख में रेजांग ला में भारत की सेनाओं से भौचक्का चीन बौखला गया है. चीन अब अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपने सेनाओं को जमाकर किलेबंदी कर रहा है. भारतीय सेना ने चीनी सीमा में पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के मूवमेंट को नोटिस किया है.
रिपोर्ट के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश के अस्फिला, टूटिंग, चांग ज, और फिशटेल-2 के विपरित चीनी क्षेत्र में चीनी गतविधियां देखी गई हैं. ये इलाके भारतीय सीमा से मात्र 20 किलोमीटर की दूरी पर हैं. सरकार के वरिष्ठ सूत्रों ने आजतक को ये जानकारी दी है. आशंका है कि चीन की सेना भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश करे और किसी शांत और बिना आबादी वाली जगह को अपने कब्जे में लेने की कोशिश करे.
हालांकि सरकारी सूत्रों के मुताबिक चीनी के ऐसी किसी भी साजिश का जवाब देने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह से सतर्क सजग और मोर्चा लिए तैयार है. हालात को देखते हुए LAC पर सेना की तैनाती को भी बढ़ा दिया गया है.
सूत्रों ने कहा कि चीन की सेना उकसावे के मूड में दिख रही है, और पेट्रोलिंग के दौरान कई बार LAC के काफी नजदीक आ चुकी है. भारतीय सेना ने LAC से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर चीनी खेमे में हलचल नोटिस की है. चीन की सेना बड़े पैमाने पर सड़कों का इस्तेमाल कर रही है और उसकी आवाजाही बढ़ी है.
चीन की ओर से किसी तरह के संभावित खतरे को देखते हुए LAC के सभी सेक्टरों पर सेना की मुस्तैदी बढ़ा दी गई है. डोकलाम और भूटान इलाकों में चीनी सेना की मौजूदगी बढ़ने के बाद भारत के सर्वोच्च नेतृत्व ने इस पर गंभीरता से विचार किया है.
बता दें कि 2017 के बाद डोकलाम में पिछले 6 महीने से एक बार फिर से भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनाव की स्थिति बनी है. चीन की सेना यहां भूटान की सीमा में झाम्फिरी रिज तक सड़क निर्माण कर रही है. चीन की इस गुस्ताखी ने सिलीगुड़ी कॉरिडोर के लिए खतरा पैदा कर दिया है.
लद्दाख में पहले से ही भारत और चीन के बीच पहले से ही तनाव है. यहां पर भारत ने चीन की कोशिशों को धत्ता बताते हुए पैंगोंग झील के पास काला टॉप और हेलमेट टॉप पर जैसी सामरिक चोटियों पर कब्जा कर लिया है.