भारत (India) के साथ लद्दाख सीमा (Ladakh Border) पर जारी तनाव की स्थिति के बीच चीनी सेना अब तिब्बती इलाके से आने वाले जवानों को ट्रेनिंग देने में जुटी है. इनकी ट्रेनिंग भारत के साथ सटी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के मद्देनज़र की जा रही है.
सूत्रों के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों के पास ये इनपुट है कि चीनी सेना तिब्बती युवाओं को भर्ती करने में जुटी है, ताकि उनका इस्तेमाल LAC पर किया जा सके. इन तिब्बती युवाओं को कई टेस्ट देने के बाद ही भर्ती किया जा रहा है.
इन टेस्टों में चीनी भाषा को सीखना, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को सर्वोच्च मानना जरूरी शआमिल किया गया. सूत्रों के मुताबिक, इन युवाओं से कहा गया कि पार्टी के नियमों को सभी से ऊपर मानें, फिर चाहे वो उनके दलाई लामा ही क्यों ना हों.
भारतीय सेना में जिस तरह तिब्बती जवानों ने पहाड़ी इलाकों में अहम भूमिका निभाई है, उसी को देखते हुए चीन ने इसी साल जनवरी-फरवरी में इन युवाओं को भर्ती करना शुरू कर दिया.
बता दें कि पिछले साल जब पैंगोंग लेक के आसपास भारत और चीन की सेना आमने-सामने आई थीं, तब भारतीय बेड़े में शामिल स्पेशल फ्रंटियर फोर्स के तिब्बती जवानों ने चीन को मात दी थी.
भारत और चीन के बीच अप्रैल-मई 2020 से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है. दोनों देशों के जवानों में इस दौरान लद्दाख सीमा पर कई बार भिड़ंत भी हुई, जबकि दोनों देशों की ओर से सैन्य और कूटनीतिक लेवल पर बातचीत भी की गई. हालांकि, अभी तक इसका कोई ठोस हल नहीं निकला है.