कर्नाटक के के रामनगर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां टोल बूथ पर काम करने वाले एक शख्स को इतनी बुरी तरह से पीटा गया कि उसकी जान चली गई. केस दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है. आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है.
पुलिस के मुताबिक पवन नाइक रामगनर जिले के बिदादी के पास बेंगलुरु-मैसूर शेषगिरी टोल पर काम करते थे. इस दौरान ही आरोपी अपनी कार से वहां से गुजरे. आरोपियों ने फास्टैग के जरिए पेमेंट की, लेकिन इसके बाद भी गेट खुलने में देरी हुई. इस बात को लेकर पवन और अज्ञात आरोपियों के बीच कहासुनी हुई.
बहसबाजी और हाथापाई के बाद आरोपी टोल प्लाजा से कुछ मीटर दूरी पर पवन के निकलने का इंतजार करने लगे. जैसे ही पवन रात के खाने के लिए बाहर निकले, आरोपियों ने उनका पीछा किया और पवन और उनके साथी मंजूनाथ पर हमला कर दिया. उन्होंने पवन के पास में ही स्थित हेज्जला पहुंचने पर हॉकी से पवन की पिटाई कर दी. पवन की मौत के बाद सभी वहां से फरार हो गए. अब पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है.
तमिलनाडु में भी सामने आया था मामला
टोल प्लाजा पर हंगामे का एक मामला अक्टूबर 2022 को तमिलनाडु के निजी लॉ कॉलेज में भी सामने आया था. यहां एक निजी लॉ कॉलेज के छात्रों ने टोल शुल्क को लेकर विवाद के बाद आंध्र प्रदेश में एसवी पुरम टोल प्लाजा के कर्मचारियों पर हमला कर दिया था. वे तिरुपति से लौट रहे थे कि कार में यात्रा कर रहे एक कानून के छात्र का टोल कर्मचारी से झगड़ा हो गया था. यहां FASTag भुगतान काम नहीं कर रहा था इसलिए टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने छात्रों से टोल का भुगतान कैश में करके कतार में लगे अन्य वाहनों के लिए रास्ता छोड़ने के लिए कहा था.
छात्रों के समूह में हुई थी भयंकर मारपीट
छात्रों ने टोल कर्मचारियों पर हेलमेट से हमला कर दिया था. इसके बाद हंगामा शुरू हो गया. पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों से भिड़ गई. पुलिस उन्हें चेतावनी दी थी कि वे टोल प्लाजा पर वाहनों की आवाजाही को बाधित न करें. लेकिन छात्र अड़े रहे और कथित तौर पर तमिलनाडु के रजिस्ट्रेशन वाले वाहनों को तो रास्ता दे दिया, लेकिन आंध्र प्रदेश के वाहनों को गुजरने से रोक दिया था. इस पर छात्रों और स्थानीय निवासियों के समूह के बीच भयंकर लड़ाई हुई थी.