महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में नई सरकार बन गई है. सरकार ने सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट भी जीत लिया है. शाम को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ऐलान किया है कि वे सभी विधायकों के साथ अयोध्या में रामलला के दर्शन करने जाएंगे. बता दें कि शिंदे गुट ने बगावत कर उद्धव ठाकरे को गिरा दिया है. शिंदे गुट का कहना है कि सरकार में आने के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व की विचारधारा को पीछे छोड़ दिया है.
सोमवार को विधानसभा में बहुमत हासिल करने के बाद सीएम एकनाथ शिंदे शिवाजी पार्क पहुंचे. यहां उन्होंने शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे को नमन किया. शिंदे ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे की हिंदू समर्थक विचारधारा को आगे बढ़ाने वाली शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार की महाराष्ट्र में वापसी हुई है. उन्होंने आगे कहा कि ये सरकार बालासाहेब ठाकरे के आशीर्वाद से 164-99 के प्रचंड बहुमत से विश्वास मत जीतकर सत्ता में आई है. हमारे सभी शिवसेना विधायक यहां बालासाहेब ठाकरे स्मारक पर आए हैं. शिंदे जब बालासाहेब को नमन करने पहुंचे थे, तब बारिश भी हो रही थी.
50 विधायक चाहते थे सरकार से निकलना
शिंदे ने आजतक से बातचीत में कहा कि ये बालासाहेब और आनंद दिघे के विचारों से बनी सरकार है. हम गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करेंगे और किसी की भी उपेक्षा नहीं की जाएगी. मेरे साथ 50 विधायकों ने शिकायत की कि उन्हें सहयोग नहीं मिल रहा है और यह अस्तित्व की लड़ाई बन गई है. सावरकर का अपमान हो रहा था. अंडरवर्ल्ड दाऊद से संबंध रखने वालों को सजा नहीं मिल रही थी. औरंगाबाद का नाम संभाजी नाहर नहीं हो सका, इसलिए इन 50 विधायकों ने मुझे महा विकास अघाड़ी सरकार से बाहर निकलने के लिए कहा.
हमें सत्ता पाने का लालच नहीं
यहां तक कि विधायकों को अयोध्या जाने से रोका गया. अब मैं उन सभी को विधायकों लेकर अयोध्या जाऊंगा. उन्होंने आगे कहा कि लोग जानते हैं कि हम कौन हैं और हम किसके लिए लड़ रहे हैं. हम हिंदुत्व के लिए लड़ रहे हैं. हमें सत्ता पाने का कोई लालच नहीं है.