
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर हिंसा में घायल हुए डीसीपी से वीडियो कॉल पर बातचीत की. सीएम ने उग्र भीड़ के सामने डटे रहने के लिए पुलिस अधिकारी की जमकर तारीफ की. और कहा कि सरकार उनके साथ खड़ी है.
सीएम फडणवीस ने कुल्हाड़ी से घायल हुए डीसीपी से वीडियो पर बात की और उनकी प्लास्टिक सर्जरी के बारे में पूछा. इसके बाद सीएम ने हिंसक भीड़ के सामने डटे रहने के लिए जख्मी डीसीपी जमकर तारीफ की और कहा कि सरकार उनके साथ खड़ी है.
हिंसा में 33 पुलिसकर्मी जख्मी
जानकारी के अनुसार, नागपुर में सोमवार को हुई हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों को भी निशाना बनाया, जिसमें 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इनमें तीन डीसीपी स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं. एक डीसीपी पर तो उपद्रवियों ने कुल्हाड़ी से वार किया.
तीनों डीसीपी की पहचान अर्चित चांडक, निकेतन कदम, शशिकांत सातव को इलाज के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज जारी है.
DCP निकेतन कदम के हाथ में लगे 20 टांके
जानकारी के अनुसार, डीसीपी निकेतन कदम को हाथ में 20 टांके लगे और डीसीपी शशिकांत सातव को घुटने में चोट लगी है. डीसीपी अर्चित चांडक को मामूली चोट आई है, लेकिन उन्हें ऑब्जर्वेशन में रखा है.तीनों डीसीपी की हालत स्थिर बताई जा रही है और शाम तक हॉस्पिटल से छुट्टी भी मिलने की संभावनाएं हैं.
वहीं, हिंसा के बाद प्रशासन ने खुल्दाबाद संभाजी नगर में औरंगजेब की मजार पर सुरक्षा बढ़ा दी है. स्थानीय प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए दुकानों को बंद रखने की अपील की है. मजार पर आने वाले लोगों की मेटल डिटेक्टर से जांच की जा रही है.
इससे पहले नागपुर हिंसा पर विधानसभा में बोलते हुए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा,'नागपुर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के बाद अफवाह फैलाई गई कि धार्मिक सामग्री वाली चीजें जलाई गईं... शाम को एक अफवाह ने तूल पकड़ लिया, इसी अफवाह के कारण मामला गरमाया और हिंसा की घटनाएं हुईं. ये एक सुनियोजित हमला लगता है. किसी को भी कानून-व्यवस्था अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है.'
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस हिंसा में 12 दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और घटना स्थल पर 80 से 100 लोगों का जमावड़ा था. हिंसा की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक क्रेन और दो जेसीबी समेत चार पहिया वाहनों को जलाया गया. इसके अलावा कुछ लोगों पर तलवार से भी हमला किया गया.
मुख्यमंत्री फडणवीस ने यह जानकारी भी दी कि इस पूरी घटना के संबंध में 5 अपराध दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए 11 पुलिस स्टेशन क्षेत्रों में जमाव बंदी लागू कर दी गई है. कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एसआरपीएफ की 5 टुकड़ियां तैनात की गई हैं.
मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता से शांति बनाए रखने की अपील की और यह भी कहा कि राज्य सरकार इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और विश्वास दिलाया कि इस हिंसा के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.