केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने दक्षिणी राज्य के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बताएं कि उन्हें केरल में किस खतरे का आभास हुआ है. सीएम विजयन ने पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्यों में अल्पसंख्यकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन वह वाम शासित केरल में शांति से रहते हैं.
एजेंसी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा कि केरल में सभी को स्थिति पता है. गृहमंत्री को बताना चाहिए कि यहां क्या गलत है... कर्नाटक में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले होते हैं, जबकि केरल में धार्मिक अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं. यहां संघ परिवार का प्रचार काम नहीं कर रहा है.
शनिवार को पड़ोसी राज्य कर्नाटक में दक्षिण कन्नड़ जिले की यात्रा के दौरान अमित शाह ने एक जनसभा में कहा था कि आपके पड़ोस में केरल है. इस पर सीएम विजयन ने कहा कि विभिन्न आंकड़े बताते हैं कि केरल में देश में कानून और व्यवस्था की स्थिति सबसे अच्छी है और धर्मनिरपेक्षता का पालन करता है. विजयन ने कहा कि केरल में लोग मिलजुल कर रह रहे हैं.
माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य और सीएम विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. जिन्होंने दावा किया था कि वाम दल और कांग्रेस ने केरल में 'कुश्ती' के मुकाबले त्रिपुरा में 'दोस्ती' को चुना है. विजयन ने दावा किया कि त्रिपुरा में भाजपा का विरोध है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का त्रिपुरा में कभी कोई प्रभाव नहीं था, लेकिन बीजेपी ने तंत्र को अपने कब्जे में ले लिया.
विजयन ने कांग्रेस पर भी हमला किया और कहा कि यह भाजपा के लिए "भर्ती करने वाली पार्टी" बन गई है. विजयन ने कांग्रेस से धर्मनिरपेक्षता की रक्षा के लिए सांप्रदायिकता के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने को कहा. उन्होंने कांग्रेस के राज्य नेतृत्व पर भी हमला किया और कहा कि इसका नेतृत्व एक नेता कर रहा है, जो दावा कर रहा है कि वह भाजपा में जाएगा. विजयन ने कहा, "एक व्यक्ति जो खुले तौर पर स्वीकार करता है कि वह भाजपा में जाएगा लेकिन वह अभी राज्य में कांग्रेस को लीड कर रहा है, लेकिन क्या उनके खिलाफ कांग्रेस ने कोई कार्रवाई की है? नहीं, क्योंकि वह भाजपा का सामना करने के लिए असमर्थ हैं.
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