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'33 पीड़ित परिवारों को 2.01 करोड़ रुपये का दिया मुआवजा', NDLS पर भगदड़ से जुड़े सवाल पर रेल मंत्री का जवाब

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए कहा, '15 फरवरी की शाम को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में अपनी जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिजन को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.50 लाख रुपये और सामान्य रूप से घायलों को एक-एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी गई है.'

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अश्विनी वैष्णव.
अश्विनी वैष्णव.

15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में मारे गए या घायल हुए 33 परिवार को कुल 2.01 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया है. सरकार ने ये बात बुधवार के लोकसभा में एक सवाल के जवाब में ये जानकारी दी है.

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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए कहा, '15 फरवरी की शाम को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में अपनी जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिजन को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.50 लाख रुपये और सामान्य रूप से घायलों को एक-एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी गई है.'

दरअसल, यह भगदड़ 15 फरवरी की शाम को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उस समय हुई जब प्रयागराज में महाकुंभ मेले के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी. संसद में अपने जवाब में वैष्णव ने मृतकों और घायलों की संख्या नहीं बताई, लेकिन घटना के बाद अधिकारियों ने कहा था कि भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई और 15 घायल हो गए.

मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश: मंत्री

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वैष्णव ने कहा कि घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. महाकुंभ मेले के दौरान भगदड़ और श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध कराई गई सुविधाओं से संबंधित सदस्यों के अन्य सवालों के जवाब में रेल मंत्री ने विस्तृत जवाब दिया.

उन्होंने लाइनों के दोहरीकरण, सड़क के नीचे और ऊपर पुलों के निर्माण आदि के बारे में जानकारी देते हुए कहा,'प्रयागराज क्षेत्र में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के बुनियादी ढांचे में सुधार/वृद्धि/क्षमता वृद्धि के कार्य पूरे हो चुके हैं.'

'महाकुंभ के दौरान चलाईं 17 हजार से ज्यादा ट्रेन'

रेल मंत्री के अनुसार, महाकुंभ अवधि (13 जनवरी से 28 फरवरी) के दौरान 17,300 से अधिक रेलगाड़ियां चलाई गईं और उनमें 4.24 करोड़ यात्रियों ने सफर किया.

वैष्णव ने कहा, 'इसमें 3,000 से अधिक विशेष ट्रेनें शामिल हैं, जो 2019 कुंभ के दौरान संचालित 694 ट्रेनों से उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है. पहली बार, अयोध्या, वाराणसी और चित्रकूट जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली रिंग रेल सेवाएं मेले के दौरान संचालित की गईं.'

प्रयागराज स्टेशन पर बुनियादी ढांचे में बड़ा बदलाव

उन्होंने कहा कि प्रयागराज स्टेशन पर बुनियादी ढांचे में बड़े पैमाने पर सुधार किया गया है, जिसमें परिभ्रमण क्षेत्र, पार्किंग स्थल, दिव्यांगजन सुविधाएं, साइनेज, प्लेटफॉर्म सरफेसिंग, पेयजल बूथों का निर्माण, आश्रय केंद्र, शौचालय, पहुंच मार्गों का चौड़ीकरण, सेकंड एंट्री गेट और फुट ओवर ब्रिजों का निर्माण शामिल है.

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यात्री सुविधा केंद्र के बारे में बात करते हुए वैष्णव ने कहा कि पहली बार प्रयागराज जंक्शन और प्रयागराज छिवकी स्टेशनों पर ऐसे आश्रय स्थल स्थापित किए गए हैं, जिनमें व्हीलचेयर, सामान ट्रॉली, होटल और टैक्सी बुकिंग, शिशु दूध और आवश्यक दवाएं जैसी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.

मंत्री ने कहा कि देरी से बचने के लिए टिकटिंग क्षमता को बढ़ाकर प्रतिदिन 10 लाख टिकट जारी किया गया तथा निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए चार-चरणीय बिजली बैकअप योजना लागू की गई.

वैष्णव ने कहा, 'सभी स्टेशनों पर प्राथमिक चिकित्सा बूथ और चिकित्सा निरीक्षण कक्ष स्थापित किए गए हैं. इसके अलावा यात्रियों की सुविधा के लिए एक रेलवे टोल-फ्री नंबर उपलब्ध कराया गया है और तीर्थयात्रियों की मदद के लिए 12 भाषाओं में एक बहुभाषी पत्रक वितरित किया जा रहा है.' उन्होंने कहा कि महाकुंभ 2025 के दौरान 22 ट्रेनों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना है.

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