जनता दल यूनाइटेड से आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद जेडीयू और बीजेपी के बीच में टकराव बढ़ गया है. जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इशारों-इशारों में आरसीपी सिंह के बहाने बीजेपी पर निशाना साधा.
राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह (ललन) ने कहा कि कुछ लोग (बीजेपी) जेडीयू के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे थे और चिराग पासवान मॉडल की तरह एक और मॉडल (आरसीपी सिंह) बनाने की तैयारी कर रहे थे. उन्होंने कहा कि 'अब नीतीश कुमार के खिलाफ कोई षड्यंत्र चलने वाला नहीं है. 2020 में चिराग पासवान मॉडल इस्तेमाल किया गया था और अब दूसरा मॉडल तैयार किया जा रहा था. नीतीश कुमार के कद को छोटा करने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा था.'
आरसीपी का मन कहीं और था...
ललन सिंह ने आगे बीजेपी का बिना नाम लिए बिना कहा कि आरसीपी सिंह का तन भले ही जनता दल यूनाइटेड में था, मगर उनका मन कहीं और (बीजेपी) था. उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह कभी भी जनता दल यूनाइटेड में संघर्ष के साथ ही नहीं रहे थे, बल्कि सत्ता के साथ ही रहे. अब जब वह सत्ता से बेदखल हो गए हैं तो उन्हें तकलीफ हो रही है. आरसीपी सिंह को आज ना कल तो छोड़ना ही था. जब तन और मन अलग-अलग जगह पर था तो उनको तो जाना ही था.
मोदी कैबिनेट में शामिल नहीं होगी जेडीयू
ललन सिंह ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जब नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तो जनता दल यूनाइटेड उसमें शामिल नहीं होगा. सूत्रों के मुताबिक जनता दल यूनाइटेड ने मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए 2 कैबिनेट सीटों की मांग की थी, मगर बीजेपी ने उसे खारिज कर दिया जिसके बाद पार्टी ने फैसला लिया कि वह केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी.
गठबंधन के भविष्य के बारे में अभी क्या बता सकते...
एनडीए के साथ गठबंधन पर ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी के साथ सब ठीक है. हमने कल (शनिवार) एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार को वोट दिया है. आगे गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि 2024 और 2025 में जदयू बीजेपी के साथ रहेगा या नहीं... भविष्य में या 2029 में क्या होगा, इसके बारे में हम अभी कैसे प्रतिबद्ध हो सकते हैं. ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी के साथ ऑल इज वेल है. हम केंद्र में कैबिनेट में शामिल नहीं होंगे. 2019 में पहले ही तय हो गया था कि जदयू केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगा.
बिहार में एनडीए के बीच राजनीतिक संकट?
बिहार एनडीए में संकट के बादल देखे जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, मोदी कैबिनेट में जदयू ने दो सीटें मांगी थीं, मगर बीजेपी के इनकार किए जाने के बाद जदयू नाराज देखी जा रही है. माना जा रहा है कि बीजेपी-जेडीयू में दरार बढ़ गई है. इस राजनीतिक संकट के बीच हम पार्टी के प्रमुख जीतन राम मांझी ने 9 अगस्त को पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई है. सबसे दिलचस्प बात यह है कि विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा का कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया है.
इस्तीफा देते वक्त क्या कहा था आरसीपी सिंह ने....
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कभी दांया हाथ माने जाने वाले जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने शनिवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने नालंदा में अपने गांव मुस्तफापुर में इस इस्तीफे का ऐलान किया. हाल में जदयू ने उन्हें तीसरी बार राज्यसभा भेजने से मना कर दिया था, जिसकी वजह से उन्हें मोदी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा.
आरसीपी सिंह ने कहा था कि इस पार्टी में कुछ नहीं बचा है. वो (JDU) डूबता हुआ जहाज है. हमसे चिढ़ है, तो हमसे निपटो, हमारे पास विकल्प खुले हुए हैं. वर्तमान समय में मुझ पर अकूत संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया गया. ये उनकी छवि को बदनाम करने की कोशिश थी. जब आरसीपी सिंह से पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार देश के प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं? इस सवाल पर उन्होंने टो टूक जवाब देते हुए कहा, '7 जनम में नहीं बनेंगे, इस जनम की बात तो छोड़ दो.'